बैंगलूर: भारत के बैंगलूर शहर के निवासी सैय्यद सज्जाद का उद्देश्य है कि पूर्व प्रेसिडेंट डॉ. अब्दुल कलाम के इंस्पायर विजन 2020 के लिए अच्छा काम करना है। इसी लिए सैय्यद सज्जाद ने कुछ नया करने की धुन मे इलेक्ट्रानिक रिपेयरिंग का काम सीखा।
इस धुन के प्रति उनका जनून इताना था कि उन्होने मोहम्मद रईस की पानी से चलने वाली कार की तरह ही सौर ऊर्जा से प्रचलित कार बना डाली। यह बात आपके बताते चले कि सैय्यद सज्जाद ने यह कार 2004 मे ही बना लिया था। कवाड़ से बनने वाली कार पर सवा लाख रूपए का खर्च आया है। इस कार की विशेषता यह है कि इससे 100 किलोमीटर की दूरी तय करना का खर्च मात्र 30 से 40 रूपए आता है। कार मे दो आदमीयो के बैठने की जगह है। जबकि कार का वजन 5 कुंटल है। 25 पैसे प्रति किलोमीटर की लागत से 25 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौडने मे समक्ष है। इस कार कार डिस्प्ले RIT इंडिया इंटरनेश्नल फेस्टिवल मे दिया गया।