तेहरान: इसी वर्ष मई के महीने में ईरान की पुलिस ने बिना हिजाब पहने सोशल मीडिया की कुछ वेबसाइटों पर तस्वीर पोस्ट करने पर आठ ईरानी महिलाओं को हिरासत में लिया था। जिसके बाद से ईरान में महिलाओ के पहनावे को लेकर एक नई बहस ने जन्म लिया। ईरान में महिलाओं के लिए अन्य इस्लामिक देशो की तरह ही बेहद कठोर कानून है।
ईरान के इन क़ानून के अनुसार महिलाओ को अपना पूरा सर ढकना होता है। इस क़ानून का सख़्ती से पालन कराने के लिए हज़ारों पुलिसवालें रोज़ाना सड़कों पर गश्त करते हैं। इस क़ानून का उल्लंघन करने पर जुर्माना के साथ जेल भी हो सकती है। कुछ महीने पहले ही एयर फ़्रांस ने अपनी महिलाकर्मियों से कहा था कि, ईरान की राजधानी तेहरान जानी वाली फ़्लाइटों के दौरान वे हिजाब पहनें। एयर फ़्रांस के इस निर्णय के बाद यह ईरान में महिलाओ के हिजाब पहने की अनिवार्यता के विरुद्ध अभियान ने और तेजी पकड़ ली है। इस अभियान के अंतर्गत इन दिनों कुछ पुरुष अपनी पत्नियों के समर्थन में हिजाब पहनकर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। ऐसा कर वो हिजाब संबंधी ईरानी क़ानून का विरोध कर रहें है।
सोशल मीडिया पर ये मुहिम ईरान की पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने शुरू की है, इस मुहीम में उन्होंने पुरुषों से अपना सर ढककर तस्वीरें साझा करने का आह्वान किया गया है। और इसी मुहिम के अनुसार महिलाएं बिना हिजाब के तस्वीरें साझा कर रही हैं। हेश टेग #MenInHijab के अंतर्गत अब तक हज़ारों तस्वीरें पोस्ट की गई हैं। अलीनेजाद ईऱान का एक चर्चित फ़ेसबुक पेज My Stelthy Freedom या मेरी गुप्त आज़ादी चलाती हैं। इस पेज से दस लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। ये पेज ईरान में महिलाओं को सिर ढकने के लिए मजबूर करने वाले क़ानून और दूसरे सख़्त क़ानूनों के विरुद्ध अभियान चलाता है।