इस्लामाबाद: आखिरकार पाकिस्तान ने कबूल ही लिया कि उसने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की एंट्री रोकने लिए अड़ंगा लगाया था।विदेशी मामलों पर पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने इस बात की पुष्टि की।
अजीज ने विदेश मंत्रालय में पत्रकारों से कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 17 देशों के प्रधानमंत्रियों को पत्र लिखा था । उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव के संबंध में और अधिक सबूत एकत्र कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सबूतों के आधार पर कूलभूषण जाधव के विरूद्ध जल्दी कानूनी कार्रवाई शुरू की जायेगी। एनएसजी की सदस्यता के भारत के आवेदन पर गुरूवार को समूह के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाई। कई सदस्यों ने कहा कि समूह की सदस्यता के लिए परमाणु अप्रसार संधि को स्वीकार करना है।
एनएससी के सदस्यों के बीच सहमति नहीं बन पाना भारत तथा उसका समर्थन करने वाले अमेरिका,जापान सहित अन्य पश्चिमी देशों के लिए गहरा झटका है। भारत तथा पाकिस्तान दोनों परमाणु अप्रसार संधि में शामिल नहीं है लेकिन दोनों परमाणु व्यापार को नियंत्रित करने वाले परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में शामिल होना चाहते हैं।