नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि एक राजनीतिक दल के रूप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को स्वतंत्र भारत में अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। दुनिया पार्टी को उसी बात से जानती है, जैसा दूसरों ने इसके बारे में कहा है।
यहां पार्टी के नए मुख्यालय की आधारशिला रखते हुए मोदी ने कहा, “यहां तक कि ब्रिटिश काल के दौरान, कांग्रेस पार्टी को उतनी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा होगा, जितना हमने पिछले 50-60 वर्षो के दौरान झेला।” मोदी ने कहा, “कई पीढ़ियों के कार्यकर्ताओं के बलिदान से हमें काम करने की प्रेरणा मिलती है।” मंत्रियों, पार्टी के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं सहित एक बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ने अतीत की गतिविधियों का रिकॉर्ड नहीं रखा, क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
मोदी ने कहा, “यह उनकी गलती नहीं है, क्योंकि वे लोगों के कल्याण तथा इस ओर होने वाले काम के लिए अधिक चिंतित हैं।” उन्होंने कहा कि अगर कोई लोगों का कुछ काम करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर मांगे, तो वह नहीं मिलेगी। मोदी ने कहा कि यह समय की मांग है कि पार्टी द्वारा देश के लिए किए जा रहे काम का रिकॉर्ड रखा जाए। आगे बढ़ने के लिए भाजपा के संघर्ष के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा कि पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपनी विचारधारा नहीं छोड़ी, भले ही उन्हें वर्षो तक विपक्ष में बैठना पड़ा।
इस दौरान उनके साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी थे।
पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नए प्रस्तावित कार्यालय की इमारत में 70 कमरे होंगे। यह कार्यालय अशोक रोड स्थित मौजूदा कार्यालय से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर ही है। मोदी ने कहा, “नया कार्यालय सिर्फ एक इमारत या संरचना नहीं है बल्कि पार्टी नेताओं के बलिदानों का प्रतीक है। हमारा दृढ़संकल्प सबको साथ लेकर चलना और सभी के लिए काम करना है। राष्ट्र निर्माण हमारी मुख्य प्राथमिकता है।”
नए कार्यालय के भूमिपूजन के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय शहरी, आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री एम.वेंकैया नायडू, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन मौजूद रहे। नए कार्यालय के निर्माण में लगभग दो साल का समय लगेगा। यह पूर्ण आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा।