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कालाधन वो भी डेढ़ हजार करोड़ रुपये से अधिक, जानिए और

एक नई योजना के अनुसार आयकर विभाग ने काला धन उजागर करना शुरू किया है। ये योजना कुछ राज्यों में बहुत सफल रही और मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में सुपरहिट रही।

भोपाल से खबर। कालेधन को उजागर करने वाली आयकर विभाग की योजना मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में सुपरहिट बताई जा रही है। विभागीय अफसर दोनों राज्यों के डॉटा एकत्र करने में जुटे हैं। एक अनुमान के मुताबिक करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कालाधान उजागर होने की संभावना है।

इस योजना में रायपुर, भोपाल और इंदौर ‘नेक टू नेक” चल रहे हैं। 2 लाख से लेकर अधिकतम 80 करोड़ रुपए तक की काली कमाई का लोगों द्वारा विभाग के सामने खुलासा किया गया है। केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली शनिवार को इस योजना की सफलता की जानकारी देंगे, इसलिए विभागीय अफसर फिलहाल यह स्पष्ट पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि दोनों राज्यों में कितना कालाधन सामने आया।

देश में 1 जून से शुरू हुई इनकम डिक्लेयर स्कीम 2016 का 30 सितंबर को अंतिम दिन था, आयकर विभाग में रात 12 बजे अफसर और करदाताओं की चहल-पहल बनी रही। स्कीम के तहत सामने आए सभी मामले पूरी तरह गोपनीय रखे गए हैं। रायपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में लोगों की कतारें लगी रहीं। छोटे जिलों से जो फार्म आए उन्हें अपलोड किए जाने का काम देर रात तक चलता रहा।

अब क्या होगा

आयकर विभाग पहले ही एलान कर चुका है कि उसके पास देश भर में 9 लाख ऐसी सूचनाएं हैं जिनमें लोगों के पास करोड़ों-अरबों रुपए कालाधन मौजूद है। विभाग के पास जो खुफिया सूचनाएं हैं अब उन पर एक्शन लिया जाएगा, जिन लोगों ने योजना के तहत अपना अघोषित संपत्ति घोषित नहीं की अब उन्हें छापामारी और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

हो सकती है जेल

अघोषित संपत्ति होने के बावजूद जिन्होंने डिक्लेयर नहीं किया ऐसे सभी मामलों में आईटी एक्ट की धारा 148 के तहत मामलों की जांच-पड़ताल होगी। जरूरत पड़ने पर छापामारी और सर्वे की कार्रवाई भी की जाएगी। इसके अलावा विभाग अब प्रासीक्यूशन की कार्रवाई के बाद जेल की सजा भी दिला सकता है।

मप्र-छग के प्रिंसपल चीफ कमिश्नर अबरार अहमद से सीधी बात

*यह योजना दोनों राज्यों में सुपरहिट रही, पिछले एक सप्ताह से तो कालेधन की बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा सरेंडर अंतिम दिनों में आया। लोगों ने टैक्स देकर मानसिक शांति खरीद ली।

-आंकड़ा कितना रहा और कितने असेसी सामने आए?

*ऐसा है वित्तमंत्री कल सारा ब्योरा देश के सामने रखेंगे, मैं अभी कुछ भी बता नहीं पाउंगा।

-योजना समाप्ति के बाद अब विभाग का क्या रुख रहेगा?

*हमारे पास टैक्स चोरों की पुख्ता जानकारी आ चुकी है। विभाग नियमानुसार टैक्स वसूली करेगा।

-मप्र-छग में आयकरदाता और टैक्स कलेक्शन की तुलना में कितना कालाधन सामने आया?

में करदाताओं की संख्या 15 से बढ़कर 23 हो गई है। 31 मार्च तक करीब 18 हजार करोड़ रुपए टैक्स आया था। रही बात आईडीएस की तो देश भर में ढाई-तीन फीसदी कालाधन सामने आने का अनुमान था।