नई दिल्ली: राजस्थान में 1998 में बॉलिवुड स्टार सलमान खान की कथित हिरण शिकार के दौरान उनकी जीप चला रहे ड्राइवर ने फिर दोहराया है कि ऐक्टर ने ही चिंकारा की हत्या की थी। चिंकारा शिकार मामले के प्रमुख गवाह हरीश दुलानी के ‘गायब’ होने की बात कही जा रही थी।
दुलानी ने अब राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा सलमान को बरी किए जाने के फैसले पर सवाल उठाया है। हरीश इससे पहले मुकदमे की कई सुनवाइयों में गैरहाजिर रहे थे। उन्होंने कई बार कोर्ट के समन को भी अनदेखा किया था। उनका कहना है कि उन्हें ऐसा मजबूरी में करना पड़ा, क्योंकि गवाही देने पर उन्हें धमकियां मिल रही थीं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को हरीश एक बार फिर मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि वह अपने उस बयान पर कायम हैं जो उन्होंने 1998 में मैजिस्ट्रेट के सामने दिया था कि सलमान खान ने चिंकारा को मारा था। उन्होंने कहा कि अब अगर उन्हें कोर्ट में बुलाया जाता है तो वह अपना यही बयान दोहराएंगे।
राजस्थान हाई कोर्ट ने सोमवार को सलमान को काला हिरण शिकार मामले में बरी कर दिया था। इससे पहले एक निचली अदालत ने सलमान को दोषी ठहराया था, लेकिन हाई कोर्ट ने यह फैसला उलट दिया। हाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले में प्रमुख गवाह यानी हरीश दुलानी ‘गायब’ हो गए थे और बचाव पक्ष मुकदमे के दौरान उनके बयानों को क्रॉसचेक नहीं कर सका। हालांकि दुलानी का दावा इससे बिल्कुल उलट है। उन्होंने बुधवार को एक स्थानीय हिंदी अखबार को बताया, ‘मैं गायब नहीं हुआ। मुझे डिफेंस ने बुलाया ही नहीं, ताकि सलमान को बचाया जा सके। मैं भी अभी भी इस बात पर कायम हूं कि सलमान ने काले हिरण का शिकार किया।’ दुलानी ने बताया कि उन्होंने 24 नवंबर 2015 और 17 मई 2016 को मुकदमे की सुनवाई भी अटेंड की थी।
दुलानी पूछते हैं, ‘सलमान को बरी कैसे किया जा सकता है? अभी मेरा बयान लिया जाना बाकी है।’ दुलानी के खुलकर सामने आने से सलमान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके अलावा वह एक और काले हिरण के शिकार मामले में गवाह हैं। केस की सुनवाई 10 अगस्त को तय की गई है। दुलानी ने कहा कि कोर्ट ने मुझे बुलाया है। मैं जाऊंगा और अपना बयान दोहराऊंगा। दुलानी ने बताया कि इस केस में गवाह बनने के बाद उन्हें और उनके परिवार को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। उन्हें और उनके पिता को धमकी भरे कॉल्स आए। उनकी नौकरी छूट गई और उनके माता-पिता का सुख-शांति छिन गई।
दुलानी ने इस बात से भी इनकार किया कि बॉलिवुड ऐक्टर को बचाने के लिए उन्हें ‘खरीदने’ की कोशिशें की गई थीं। उन्होंने कहा,’लोगों ने मेरे बारे में बहुत तरह की बातें की। कुछ ने कहा कि मैं दुबई चला गया हूं। लेकिन सच्चाई तो यह है कि मेरे पास पासपोर्ट तक नहीं है।’ दुलानी का कहना है कि उन्हें सलमान खान का ड्राइवर होने की ‘सजा’ मिल रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे सलमान का ड्राइवर होने की सजा मिल रही है। मैं अपनी जिंदगी डर में जी रहा हूं।’
लुप्तप्राय जीव चिंकारा को 1998 में गोली मारने के आरोप में सलमान 2007 में करीब एक सप्ताह जेल में भी रहे थे। हाई कोर्ट में दलील पेश करते हुए सलमान के वकील ने कहा कि ऐक्टर का नाम इन मामलों में फर्जी तरीके से डाला गया है। वाहन चालक दुलानी के बयान मात्र पर शिकार के दोनों मामलों में सलमान का नाम जोड़ा गया है। वकील ने कहा कि दुलानी कभी भी जिरह के लिए उनके समक्ष उपलब्ध नहीं थे, ऐसे में सलमान को दोषी करार देने के लिए उसके बयान में यकीन नहीं किया जा सकता। वकील ने कहा कि दोनों मामले परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर आधारित हैं और इनमें कोई प्रत्यक्षदर्शी या सलमान के खिलाफ ठोस सबूत नहीं है।