नई दिल्ली: कुंबले के कोच बनते ही फैब-5 यानी सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के हाथों में इंडियन क्रिकेट का फ्यूचर आ गया हैं.इस बात में कोई दो राय नहीं है कि कोच कि भूमिका में कुंबले परफेक्ट बैठते है. कुंबले को कोच के लिए चुना भी इंडियन क्रिकेट के तीन महानायकों (सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वी.वी.एस. लक्ष्मण) ने.
खैर कई एक्सपर्ट पहले ही कह चुके थे कि जंबो से अच्छा कोई विकल्प नहीं है. लेकिन राहुल द्रविड़ का नाम भी कहीं न कहीं लग रहा था बाद में पता चला कि उन्होंने खुद ही मना कर दिया. एनडीटीवी से बातचीत में अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैंने राहुल से भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के लिए उनसे अनुरोध भी किया था. लेकिन वह (राहुल द्रविड़) जूनियर क्रिकेट टीम के साथ काम करने को इच्छुक थे. उन्होंने कहा कि द्रविड़ की सबसे अच्छी बात यही है. उन्होंने ना तो सीनियर टीम के लिए कोच पद की इच्छा जताई और ना ही बहुत पैसा या इन सबके पीछे भागे. वह जूनियर क्रिकेटर्स के साथ ही काम करना चाहते थे सीनियर क्रिकेटर्स के साथ नहीं.
इससे पहले राहुल द्रविड़ भी कह चुके है कि ‘मैं छोटे एसाइन्मेंट ही कर सकता हूं. मैं लंबे समय तक घर,परिवार से बाहर नहीं रह सकता. इसलिए छोटे एसाइन्मेंट ही मुझे सूट करते हैं’. दरअसल, द्रविड़ और कुंबले दोनों ही बेंगलुरु से आते हैं. दोनों बरसों से एक-दूसरे को जानते है और उनका करियर भी लगभग साथ-साथ आगे बढ़ा है. ऐसे में जब द्रविड़ इस जिम्मेदारी लेने के लिए राजी नहीं हुए, तब कुम्बले ने कदम आगे बढ़ाए.