नई दिल्ली: कोहिनूर हीरा हमारे देश की शान है और इस को लेकर हमेसा से देश में वापिस लाने की बात होती आरही है। इसी बीच एक बार फिर से देश में कोहिनूर को वापिस लाने का मुद्दा उथया जा रहा है।
ब्रिटेन से कोहिनूर हीरा वापस लाने के मुद्दे पर शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के बीच एक बैठक में चर्चा हुई। पर्यटन मंत्री ने कहा कि इस दिशा में भारत सरकार मजबूती से प्रयास भी कर रही है और ब्रिटेन सरकार को कहा जाएगा कि इस हीरे को भारत को लौटा दे। महेश शर्मा का कहना है कि यूनेस्को की घोषणा के मुताबिक कोहिनूर हीरे को वापस लाने की कोशिश होगी।
मिडिया द्वरा मिली जानकारी के अनुसार यह बैठक 45 मिनट से अधिक देर तक चली और इसमें कोहिनूर हीरे से जुड़े मुद्दों के बारे में चर्चा हुई। आप की जानकारी के लिए बता दे कि, कोहिनूर हीरा टावर ऑफ लंदन में प्रदर्शित राजमुकुट में लगा है। ज्ञात हो कि, अप्रैल में सरकार ने उच्चतम न्यायालय में कहा था कि हीरा को ब्रिटिश न तो जबर्दस्ती ले गए और न ही उन्होंने उसे चुराया, बल्कि इसे पंजाब के शासकों द्वारा इस्ट इंडिया कंपनी को उपहार के रूप में दिया गया।
साथ ही सरकार ने यह भी कहा कि, इस हीरे को लाने में कई कानूनी और तकनीकी दिक्कते भी है, क्योंकि यह आजादी से पहले का है और इस तरह यह पुरावशेष एवं कला संपदा अधिनियम, 1972 के दायरे में नहीं आता। हालांकि इन स्साब दलीलों के बाद भी सरकार ने कहा था कि इस हीरे को वापस लाने की सभी कोशिश की जाएगी। एक अनुमान के अनुसार कोहिनूर हीरे की कीमत 2000 लाख डालर से भी अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने मई में संसद में बताया था कि, विदेश मंत्रालय ब्रिटेन की सरकार के साथ इस मुद्दे का संतोषजनक हल पाने के तौर तरीकों पर गौर कर रहा है।