Aligarh: एएमयू कांड की जांच को गठित एसआईटी ने हत्या के साथ-साथ आगजनी-तोड़फोड़ के आरोपियों पर भी फोकस शुरू कर दिया है। जांच में उन नामों को मुकदमों में शामिल किया जा रहा है, जो आगजनी व तोड़फोड़ में शामिल रहे। अब तक दर्जन भर ऐसे नाम जांच में उजागर कर दिए गए हैं, जिनमें से दो को जेल भी भेज दिया गया है।
जेल भेजे गए दो आरोपियों में से एक एएमयू और दूसरा शहर के एक निजी स्कूल का छात्र है। वहीं अब तक जो नाम हत्या व बवाल में उजागर हुए हैं, उनकी गिरफ्तारी के हर संभव प्रयास जारी हैं। 23 अप्रैल की रात एएमयू में हुए बवाल में दो छात्रों की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस मामले में जांच व गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग एसआईटी बनी हैं। एसआईटी का उद्देश्य एएमयू बवाल के उन दोनों ग्रुपों और इन दोनों ग्रुपों के सरपरस्त व एएमयू के मठाधीशों पर शिकंजा कसना है, जो इस बवाल व हत्याकांड के जिम्मेदार हैं। इन ग्रुपों को पुलिस ने हत्या के लिए जिम्मेदार व बवाल के लिए जिम्मेदार करार देकर विभाजित किया है।
अब तक की जांच में पुलिस ने 14 नाम हत्याकांडों में उजागर किए हैं। जिनमें से मुख्य आरोपी जोरेज सहित चार अब तक जेल जा चुके हैं। बाकी सभी के खिलाफ अदालत से एनबीडब्ल्यू जारी हैं और पुलिस सोमवार के बाद कभी भी उनके खिलाफ कुर्की नोटिस अदालत से ले सकती है। इधर, अब एसआईटी ने आगजनी व तोड़फोड़ में भी एक दर्जन नाम उजागर कर लिए हैं। इन नामों को मुकदमों में शामिल कर लिया गया है। इनमें से दो राशिद निवासी आजमगढ़ व जमाल निवासी सिद्धार्थ नगर को 4 मई को जेल भी भेजा गया है। इनमें राशिद एएमयू से बीए का छात्र है, जबकि जमाल एक निजी कॉन्वेंट स्कूल का छात्र है। पुलिस सोमवार के बाद बवाल के आरोपियों के खिलाफ भी गैरजमानती वारंट लेकर उनके नाम सार्वजनिक कर सकती है।