ईद उल अज़हा का त्यौहार आने ही वाला है, तो हम सभी को यह भी जान लेना चाहये कि हमे अपने जानवर कि क़ुरबानी करते हुए कोण कौन कौन सी दुआएं पड़नी चाहये. सबसे पहले जब जानवर को लिटा दें, तो यह दुआ पढ़ें जो हम आपको तस्वीर में दिखा रहें है.
फिर जानवर को किबला रुख बायें तरफ लिटायें और अपना दायाँ पांव उसके शाने (कंधे) पर रखें और तेज़ छुरी से ज़बह करें!
ज़बह करते वक़्त ये दुआ पढ़ें… “बिस्मिल्लाही अल्लाहु अकबर, अल्लाह हुम्मा लका व मिनका बिस्मिल्लाही अल्लाहु अकबर”…
अगर जानवर अपना हो तो ज़बह के बाद ये दुआ पढ़ें…
“अल्लाहुम्मा तक़ब्बल मिन्नी कमा तक़ब्बलता मिन ख़लीलिक़ा इब्राहीम व हबीबिका मौहम्मदुर रसूलुल्लाहे तआला अलैहि व अला अलैहि वबारक वसल्लम”
और अगर जानवर दुसरे का हो तो ‘मिन्नी’ की जगह ‘मिन’ कहने के बाद उसका नाम लें.
अल्लाह से दुआ है कि हमारी की जाने वाली क़ुरबानी को अपनी बारगाह में क़ुबूल फरमाये. आमीन