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ढाका ऑपरेशन: 11 घंटे तक चले सेना के ऑपरेशन में एक भारतीय सहित 18 बंधक छुड़ाए, 6 आतंकी मरे

ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्त्रां में बंधक संकट अब खत्म हो चुका है। इस दौरान चलाए गए सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में एक भारतीय नागरिक समेत अब तक 18 बंधकों को छुड़ा लिया गया है। एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया है जबकि छह आतंकी मार गिराए गए। हालांकि, सुरक्षाबलों का कॉम्बिंग ऑपरेशन अभी जारी है।

सुबह करीब 7:40 बजे उस वक्त गोलीबारी और विस्फोट की आवाज सुनी गई जब ढाका के गुलशन राजनयिक क्षेत्र के होले आर्टिजन बेकरी में बंधक संकट को खत्म करने के लिए कमांडो ने अभियान शुरू किया। कैफे पर धावा बोलने वाली विशिष्ट सुरक्षा इकाई रैपिड ऐक्शन बटालियन (आरएबी) के कमांडो तुहीन मोहम्मद मसूद ने बताया कि कई लोग हताहत हुए हैं जिनमें छह हमलावर शामिल हैं।

ऑपरेशन खत्म होने के बाद बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना ने कहा कि हमले की लाइव कवरेज नहीं होनी चाहिए थी। हमने 13 लोगों को बचाया और 6 आतंकी मार गिराए और 1 को पकड़ा गया। कमांडो कार्रवाई में तीन विदेशी समेत 13 बंधकों को छुड़ाया गया है। आतंकियों से मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई जबकि 20 पुलिसवाले घायल हैं। इसके साथ ही 36 और लोग घायल हैं।

ढाका में बंधक संकट की शुरूआत शुक्रवार की रात हुई थी और इसके बाद गोलीबारी में कम से कम दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मारे गए और 40 लोग घायल हो गए। विस्फोट के बाद उठ रही लपटों को बुझाने के मकसद से अग्निशमन विभाग के लोग आज सुबह मौके पर पहुंचे। स्ट्रेचर के साथ चिकित्सकों की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। जिहादी गतिविधियों पर ऑनलाइन नजर रखने वाले अमेरिका आधारित एसआईटीई खुफिया समूह ने बताया कि आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ने इस हमले के करीब चार घंटे बाद अपनी समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से इसकी जिम्मेदारी ली। अमाक ने यह भी दावा किया कि हमले में 20 लोग मारे गए हैं।

होले आर्टिजन बेकरी में कम से कम नौ आतंकवादी ‘‘अल्लाहू अकबर’’ चिल्लाते हुए घुसे और उन्होंने स्थानीय समयानुसार कल रात करीब नौ बजकर 20 मिनट पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस रेस्तरां में अक्सर राजनयिक और विदेशी नागरिकों का आना जाना रहता है। सुरक्षा बलों ने ढाका के राजनयिक क्षेत्र गुलशन स्थित इस कैफे में जब आक्रामक अभियान शुरू किया तो इलाके में गोलीबारी एवं विस्फोट की आवाजें गूंजने लगीं। सेना प्रमुख जनरल शफी उल हक कमांडो अभियान पर नजर रख रहे थे। सुरक्षा अधिकारियों ने पड़ोस में रहने वाले लोगों को घरों में रहने का निर्देश जारी किया था।