रोहतक: रोहतक में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है आपको बता दें कि गैंगरेप के पांच आरोपियों ने तीन साल बाद उसी दलित युवती को अगवा कर उसके साथ फिर गैंगरेप किया, और उसके बाद उसे मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिए। 20-वर्षीय दलित युवती के परिजनों ने बताया, कि सभी आरोपी लगभग 20 से 30 साल की उम्र के हैं, और फिलहाल अभी जमानत पर आज़ाद हैं।
उन्होंने कहा कि वो वर्ष 2013 के पिछले गैंगरेप मामले में समझौता करने के लिए दबाव डाल रहे थे, और उन्होंने इसी बात की सज़ा दी क्योकि वह लड़की कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा लड़ रही है। युवती ने बताया कि, “मैं कॉलेज से बाहर आई थी, और ये पांच लोग कार में थे तीन लोग कार के भीतर बैठे थे, और दो बाहर खड़े थे ” पीड़िता के अनुसार, इसके बाद उन्होंने उसे कार में अन्दर खींच लिया उसके बाद मुझे नशीली दवा पिला दी, और बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने बताया कि उसके बाद वे उसे झाड़ियों के पास फेंककर भाग गए।
पीडिता के परिवार वालों ने बताया कि वो तीन साल पहले हुई गैंगरेप की वारदात के बाद रोहतक में आकर बस गए पीड़िता के परिवार के मुताबिक,ये पांचों आरोपी, जो ऊंची जाति के हैं,जिन्होंने परिवार को 50 लाख रुपये लेकर मामले में रफा दफा करने के लिए धमका रहे थे। वहीँ पीड़िता की मां ने बताया कि “हम भिवानी में रहा करते थे यह वारदात के बाद हम खुद को इन लोगों से बचाने के लिए भागकर रोहतक आ गए थे मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती थी”