बेंगलुरु: देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिक का घर बेंगलुरु के विद्यारण्यपुर में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में शामिल किया गया है। एक ही वर्ष में परिवार के लिए यह दूसरा दुःख का कारण होगा, पहले उन्होंने आतंकी हमले में अपने पुत्र को खो दिया और अब उन्हें अपने घर को टूटता हुआ देखना पड़ा। यह घर है इसी वर्ष पंजाब के पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए हुतात्मा लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन कुमार।
इसी वर्ष 2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने पर हमला किया था। हमले के बाद एक IED को निष्क्रीय करते समय हुतात्मा निरंजन ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। हुतात्मा निरंजन केरल के पलक्कड़ जिले के निवासी थे लेकिन परिवार कई वर्षो से बेंगलुरु में ही रह रहा है। बेंगलुरु के विद्यारण्यपुर में नगर निगम द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान में NSG कमांडो हुतात्मा निरंजन के घर के एक हिस्से को तोड़ा गया है। बलिदानी के परिवार ने इस निर्णय का विरोध भी किया था।
बेंगलुरु में गत महीने भारी बारिश के दौरान सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। इसके बाद यहां की लोकल अथॉरिटीज ने ऐसे मकानों की एक लिस्ट बनाई जिनकी वजह से वॉटर लॉगिंग होती है। नगर निगम अफसरों का कहना है कि, निरंजन का घर उन 1100 मकान की लिस्ट में है, जिनकी वजह से पानी जमा होता है। यहां की लोकल अथॉरिटीज ने ऐसे मकानों की एक लिस्ट बनाई जिनकी वजह से वॉटर लॉगिंग होती है। नगर निगम अफसरों का कहना है कि, निरंजन का घर उन 1100 मकान की लिस्ट में है, जिनकी वजह से पानी जमा होता है। नगर निगम के सहायक आयुक्त एस आलम हुतात्मा निरंजन कुमार के परिवार को सहयोग के लिए का धन्यवाद देते हुए कहा, लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन के माता-पिता को सल्यूट, वो अतिक्रमण वाले हिस्से को गिराने के लिए सहमत हो गए। जबकि कई स्थानीय समाचार पत्रों में बताया जा रहा है कि, नगर निगम के इस निर्णय से हुतात्मा निरंजन के परिजन आहत है। हुतात्मा निरंजन के घर का हिस्सा गिराए जाने के आहत उनके भाई शशांक ने कहा, हमसे अभी तक किसी अधिकारी ने संपर्क नहीं किया। हमें नहीं पता अब क्या होने वाला है ?