वैज्ञानिकों ने इस बात को मान लिया है कि नमाज़ में बहुत सारे फायदे छुपे हुए है जिसको मुस्लमान अपनी ड्यूटी (फ़र्ज़) समझ कर अदा करता है. नमाज़ के दौरान की जाने वाली हरकतों में दुनिया का एक सबसे अच्छा योग छुपा हुआ है जिसमे आप के स्वस्थ के कई फायदे छुपे हुए है.
नमाज़ पड़ने के दौरान आपकी मांशपेशियों की गति बाद जाती है, जिसकी वजह से इंसान की रक्तवाहिनियों में रक्तचाप जरुरी गति से बड़ जाता है जिससे आज के समय में होने वाली लो ब्लड प्रैशर की समस्या इंसान के शरीर से पूरी तरह ख़त्म हो जाती है इसकी वजह से हृदय में रक्त भरपूर मात्रा में पहुचने लगता है जिसकी वजह से हार्ट अटेक जैसी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.
रमजान के दौरान पड़ी जाने वाली नमाज़ जिसे तराबीह कहा जाता है जिसे मुस्लिम समुदाय के लोग ख़ास तौर पर रमजान में अदा करते है इस खास नमाज़ को पड़ने की वजह से इंसान की मासपेशियां अपना सही रूप ले लेती है. जिसकी वजह से सालभर आप को मांशपेशियों में खिंचाब की समस्या से निजात मिल जाता है. तराहबी अदा करने वाले इंसान का शरीर फिट बना रहता है. तराबीह अदा करने वाले इंसान के अंदर सहन शक्ति बाद जाती है नमाज़ अदा करने वाले इंसान के अंदर लचीलापन आ जाता है. अमेरिका की एक यूनिवरसिटी के एक स्टूडेंट ने अपने अध्यन के दौरान बताया कि पांच वक़्त की नमाज तीन मील प्रतिघंटे के बराबर है.
तो फिर इतनी कसरत आप के स्वस्थ को सही रखने के लिए बहुत काफी है. नमाज़ को दुनिया का सबसे बड़ा योग बी कहा गया है. इसी प्रकार नमाज़ में की जाने वाली रुकू में इंसान की पीठ और कमर की कसरत हो जाती है. नमाज़ में सजदा किया जाता है जिसमे इंसान का सर उसके शरीर से नीचे हो जाता है जिससे मस्तिस्क की रक्तवाहिनियों में दबाब पड़ता है जिससे रक्त मस्तिस्क में भरपूर मात्रा में पहुच जाता है जिससे ब्रेन हेम्रेज़ होने का ख़तरा नहीं रहता. इसी तरह नमाज़ की हर अदायगी को रिसर्च किया गया जिसका उल्लेख कही न कही बैज्ञानिकों द्वारा किया जाता रहा है.