नई दिल्ली: अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी वादों पर लिखे गए किताब ‘फेंकु जी अब दिल्ली में’ पर बैन की मांग की गई है। गुजराती में लिखी गई इस किताब को लेकर अहमदाबाद कि सिटी सिविल कोर्ट में शनिवार को एक पीआईएल दायर की गई है।
पर अब किताब पर बैन लगाने के लिए एक मोदी भक्त नरसिंह भाई सोलंकी ने स्थानीय है कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। किताब का विरोध कर रहे सोलंकी ने पीएम मोदी को भी इस है मामले में एक पक्ष बनाया। अहमदाबाद के पालड़ी निवासी लेखक जे.आर. शाह ने ‘फेकूजी हवे दिल्ली मा’ (अर्थात् फेकूजी अब दिल्ली में हैं) शीर्षक से एक किताब लिखी और अपनी ही फर्म जे.आर. एंटरप्राइज से प्रकाशित कराई थी।
किताब कथित रूप से पीएम मोदी द्वारा 2014 लोकसभा चुनावों में किए गए है वादों पर लिखी गई। सामाजिक कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले नरसिह भाई सोलंकी ने किताब के शीर्षक और इसमें लिखी है बातों को आपत्तिजनक बताया। सोलंकी ने शहर के एक सिविल कोर्ट में इस किताब के प्रकाशन और बिक्री पर तुरंत रोक लगाने का निर्देश है दिया देने के लिए मुकदमा दायर कर। सोलंकी के वकील एम। एस। भावसार ने बताया कि किताब पूरी तरह से पीएम मोदी के अधूरे है वादों पर आधारित। उन्होंने कहा, ‘हम इसे बैन किए जाने की मांग करते हैं। किताब का शीर्षक ही है अपमानजनक और यह पीएम मोदी और उनके समर्थकों की भावनाएं आहत कर है सकता।