कोलकाता: पश्चिम बंगाल में नारदा स्ट्रिंग ऑप्रेशन और फ्लाईओवर दुर्घटना के बाद विपक्ष के निशाने पर आई तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सभी अटकलों को धत्ता बताते हुए भारी बहुमत हासिल किया और आज शपथ लेकर लगातार दूसरी बार इस राज्य की कमान संभाली।
उनके साथ पार्टी के 41 विधायकों ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली। ममता के इन 41 विधायकों में 17 नए चेहरे हैं। नए चेहरों में पूर्व भारतीय क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला, सोवनदेब चट्टोपाध्याय, सोवन चटर्जी, अब्दुर रज्जाकम मुल्ला, सुभेंदु अधिकारी, रवींद्रनाथ घोष, चामूमनि महतो, जेम्स कुजुर, सिद्दिकुल्ला चौधरी, आसिमा पात्रा आदि हैं। शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, अभिनेत्री ऋतुपर्णा, इंडस्ट्रियलिस्ट संजीव गोयनका, अमिताभ-शाहरुख जैसे स्टार्स और मुकेश अंबानी जैसी हस्तियां भी मौजूद थीं।
‘दीदी’ के नाम से मशहूर 61 वर्षीय बनर्जी एक ऐसी प्रभावशाली नेता बनकर उभरी जिसने न केवल राज्य में वाम मोर्चे के 34 वर्षों के शासन को खत्म किया बल्कि खुद को बदलाव के प्रतीक के रूप में पेश किया। बनर्जी राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग होने के बाद वर्ष 1997 में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की और पार्टी की अध्यक्ष बनी। बनर्जी ने विश्व में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सबसे लंबे समय तक सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार के 34 वर्ष के शासन को खत्म कर सत्ता संभाली थी।