नई दिल्ली: प्रणब मुखर्जी की तरफ से शुक्रवार रात इफ्तार पार्टी दी गई। लगातार तीसरे साल नरेंद्र मोदी इसमें शरीक नहीं हुए। सूत्रों का कहना है कि पीएम ने अपनी गैरमौजूदगी पर खेद जताया। सरकार की तरफ से अरुण जेटली पहुंचे। राष्ट्रपति भवन में हुई इफ्तार पार्टी में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए।
सरकार की ओर से राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में वित्त मंत्री अरुण जेटली और अल्पसंख्यक मामलात राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हुए। पूर्व में जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की केंद्र में सरकार बनी थी उस समय पीएम की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता था। लेकिन मोदी सरकार ने खुद को इस तरह के आयोजनों से दूर रखा है। गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान भी मोदी ने न तो कभी इफ्तार पार्टी दी और न कभी किसी और जगह इसका हिस्सा बने। वर्तमान में मोदी सरकार के किसी मंत्री की ओर से भी इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया गया।
राष्ट्रपति की ओर से दी गई इफ्तार पार्टी में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व सीएम शीला दीक्षित, राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद और पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित शामिल हुए। इस दौरान बिरयानी, कोरम और अन्य पकवान परोसे गए। राष्ट्रपति ने सभी को रमजान की मुबारकबाद दी।