ढाका: 65 वर्षीय हिंदू पुजारी आनंद गोपाल गंगोली की हत्या मंदिर जाते समय कर दी गई। एएफपी के अनुसार संदिग्ध लोगों ने इस पुजारी की हत्या की। पिछले सप्ताहों के दौरान बांग्लादेश में इस प्रकार की कई घटनाएं घटी हैं। सहायक पुलिस अधीक्षक गोपीनाथ कांजीलाल ने बताया कि झिनाईगाह जिले में सुबह करीब साढ़े नौ बजे तीन हमलावरों ने अनंत गोपाल गांगुली पर हमला किया और तेज धार वाले हथियारों से उनका गला काट डाला।
बांग्लादेश में पिछले कुछ समय के दौरान वहां के अल्पसांख्यकों के विरुद्ध हमलों में तेज़ी आई है। पिछले तीन वर्षों के दौरान वहां पर इस प्रकार की घटनाओं में कम से कम 40 लोग मारे जा चुके हैं। ज्ञात रहे कि इससे पहले की हालिया घटनाओं की ज़िम्मेदारी दाइश और अलक़ाएदा की स्थानीय शाखाओं ने ली थी। हांलाकि बांग्लादेश की प्रधानामंत्री हसीना वाजिद की सरकार इन दावों का खण्डन करते हुए कहती है कि स्थानीय चरमपंथयों का है।
बांग्लादेश के गृहमंत्री ने कहा कि इसका प्रमाण यह है कि विपक्ष के एक संदिग्ध सांसद की गिरफ़्तारी के समय उसके पास से एक चित्र मिला था जिसमें उसे मूसाद के एक वरिष्ठ एजेंट से मिलते हुए दिखाया गया था। ज्ञात रहे कि जारी साल में बांग्लादेश में अब तक चालीस से अधिक ब्लाॅगर और अल्प संख्यकों की हत्या की जा चुकी है। मारे जाने वाले अल्प संख्यकों में शिया, हिंदू, ईसाई व बौद्ध लोग शामिल हैं। आतंकी गुट दाइश ने इन लोगों की हत्या की ज़िम्मेदारी स्वीकार की है। इस्राईल को दाइश के मुख्य समर्थकों में माना जाता है।