वाशिंगटन। से खबर : इस बार होंगे डोनाल्ड ट्रंप भयन्कर भविष्वाणी
लिश्टमैन वर्ष 1984 से अमेरिकी चुनावों की भविष्यवाणी करते आ रहे हैं। आज तक उनकी भविष्यवाणी कभी गलत नहीं साबित हुई है।
लिश्टमैन अमेरिका के वह प्रोफेसर जो पिछले 30 वर्षों से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों और इसके विजेता के नाम की सटीक भविष्यवाणी करते आ रहे हैं, एक बार फिर उन्होंने भविष्यवाणी की है। लिश्टमैन ने कहा है कि आठ नवंबर को जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होंगे तो उसे रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप बतौर राष्ट्रपति मिलेंगे।लिश्टमैन की भविष्यवाणी सत्य या गलत जैसे विकल्पों और उसके जवाबों पर आधारित होती इस बार के अमेरिकी चुनावों को सबसे मुश्लिक चुनाव माना जा रहा है। अमेरिकी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, उन्होंने अपनी भविष्यवाणी के लिए कुछ अहम बिंदु तैयार किए हैं। इस बार उनके फेवरिट डोनाल्ड ट्रंप हैं। लिश्टमैन अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर भविष्यवाणी करते हैं।
- सामाजिक अशांति-कार्यकाल के दौरान कोई भी सामाजिक अशांति नहीं देखी गई।
- स्कैंडल
- प्रतियोगिता-विरोधी पार्टी के नामांकन के लिए कोई भी गंभीर प्रतियोगिता नहीं है।
- पदग्रहण-विरोधी पार्टी का उम्मीदवार इस समय राष्ट्रपति है।
- तीसरी पार्टी-फिलहाल कोई भी तीसरी पार्टी या फिर स्वतंत्र अभियान नहीं है।
- अल्पावधि अर्थव्यवस्था-पूर्व चुनावी अभियानों की तरह इस बार अर्थव्यवस्था मंदी में नहीं है।
- दीर्घकालिक अर्थव्यवस्था-वास्तवित प्रति-व्यक्ति आय में पूर्व के दो कार्यकालों की अपेक्षा में या तो बराबरी का स्तर है या फिर इसमें इजाफा हुआ है।
- नीति में बदलाव-पदस्थ प्रशासन का राष्ट्रीय नीतियों में बड़ा असर पड़ता है।
- -पदस्थ प्रशासन ने किसी बड़े स्कैंडल का सामना नहीं किया।
- पार्टी को मिला जनादेश-मध्यावधि चुनावों के बाद विरोधी पार्टी के पास हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में पहले मध्यावधि चुनावों की तुलना में ज्यादा सीटें हैं।
- प्रतिद्वंदी का व्यक्तित्व-क्या प्रतिद्वंदी पार्टी के उम्मीदवार का व्यक्तित्व वाकई जादुई है या वह राष्ट्रीय हीरो है।
- वर्तमान अधिकारी का जादू- वर्तमान शासक जादुया या फिर राष्ट्रीय हीरो है।
लिश्टमैन के मुताबिक व्हाइट हाउस के लिए वह भविष्यवाणी करते समय वह जिस सिस्टम का प्रयोग करते हैं वह काफी एतिहासिक है। लिश्टमैन ने बताया कि वर्ष 1860 से 1980 तकहर चुनाव में इसका प्रयोग हुआ।इसके बाद उन्होंने वर्ष 1984 से 2012 तक भविष्यवाणी करने के लिए इसका प्रयोग किया।अगर होंं छह गलत जवाबउन्होंने बताया कि यह 13 सवाल जो सत्य या गलत के विकल्प से जुड़े हैं काफी अहम हैं। इन सवालों का जवाब अगर सत्य में होता है तो वह हमेशा व्हाइट हाउस में मौजूद पार्टी का पक्ष लेता है जो कि वर्तमान में डेमोक्रेट्स के पास है।अगर छह सवालों के जवाब में गलत विकल्प चुना गया है तो फिर वह पार्टी के विरोध में जाते हैं यानी हार तय है। अगर छह से कम गलत विकल्प चुने गए हैं तो फिर पार्टी चार और वर्ष सत्ता में रह सकती है।
लिश्टमैन की बविश्वानी क्या इस बार गलत हो सकती है ? अपनी राय नीचे कमैंट्स में ज़रूर दें।