संयुक्त युद्धाभ्यास में अमेरिका और भारत के सैनिकों द्वारा जंगल में छिपे आतंकियों को ढूंढ निकालने, उनके द्वारा जमीन पर बिछाए गए माइंस आदि को निष्क्रिय करना, फायरिंग सहित तमाम गतिविधियों का भी प्रदर्शन हुआ। युद्धाभ्यास के दौरान चली तमाम गतिविधियों का प्रदर्शन करते वक्त सैनिकों ने शानदार कार्य किया।
देर शाम रस्सियों के माध्यम से खाइयों को पार करने, रॉक क्लाइंबिंग सहित तमाम गतिविधियों का भी प्रदर्शन किया गया। 17 सितंबर से शुरू हुआ यह अभ्यास 27 सितंबर तक होगा।
घायलों का प्राथमिक उपचार भी सिखाया
रानीखेत। विद्रोहियों और आतंकियों के साथ होने वाली मुठभेड़ की घटनाओं में घायल होने वाले जवानों को त्वरित उपचार दिलाने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सुनसान इलाकों में उपलब्ध बांस, अन्य लकड़ियों से स्ट्रक्चर बनाकर उन्हें प्राथमिक उपचार, सघन चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए दोनों देशों की सेनाएं अनुभवों को साझा कर रही हैं।