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भारत -पाक की लड़ाई से दूर चीन

बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने कहा की वो नहीं उलझने वाला भारत और पाकिस्तान की लड़ाई में, सोमवार को साफ कर दिया कि वह भारत और पाकिस्तान के युद्ध में नहीं उलझने वाला। दोनों देश कश्मीर और अपनी अन्य समस्याओं को शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत के जरिये सुलझाएं, यह वह चाहता है।

चीन का यह स्पष्टीकरण पांच दिन में दूसरी बार आया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने शनिवार को बयान जारी करके कहा था कि युद्ध की स्थिति में चीन पाकिस्तान का साथ देगा। पाकिस्तानी मीडिया की कई रिपोर्टो में भी ऐसा ही दावा किया गया था।

china vs india war

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा कि पड़ोसी और दोस्त होने के नाते चीन दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण संबंधों की अपेक्षा करता है। दोनों देश बीती बातों को छोड़कर क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए कार्य करें। लाहौर में चीन के वाणिज्य दूत यू बोरेन के बयान पर प्रवक्ता ने कहा, दूत के ऐसे किसी बयान की उन्हें जानकारी नहीं है।

चीन सरकार का आधिकारिक बयान युद्ध की स्थिति में निष्पक्ष भूमिका अदा करने से संबंधित है। यह बयान बिल्कुल स्पष्ट है। वाणिज्य दूत बोरेन की पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करके युद्ध की स्थिति में चीनी सहयोग का दावा किया था। साथ ही कश्मीर मुद्दे पर भी पाकिस्तान को चीन के सहयोग का दावा किया गया था। बोरेन का कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी नेताओं वाली भाषा बोलते हुए उल्लेख किया गया था, जिसमें कश्मीरियों पर अत्याचार की बात कही गई है।

इससे पहले न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चीन के प्रधानमंत्री ली कछ्यांग की मुलाकात में भी कश्मीर मुद्दा नहीं उठा था। जबकि पाकिस्तानी अखबार डॉन ने दावा किया था कि कछ्यांग ने शरीफ को कश्मीर मुद्दे और भारत के साथ होने वाले किसी टकराव पर साथ देने का वादा किया है। उस दिन भी चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता दोनों नेताओं की बातचीत के बिंदुओं को स्पष्ट किया था।

अरुणाचल में घुसपैठ को गलत बताया

चीनी प्रवक्ता ने मीडिया में आई उस खबर को गलत बताया जिसमें चीन के सैनिकों के सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में जाने और वहां पर शिविर स्थापित करने की बात कही गई है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करने की यह घटना नौ सितंबर की बताई गई है। प्रवक्ता ने कहा कि सीमा मामले को लेकर दोनों देशों के अधिकारी वार्ता कर रहे हैं और जल्द ही दोनों में सहमति बनेगी।

 

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