मथुरा: मथुरा में दो साल से ज्यादा समय से सरकारी भूमि पर कब्ज़ा जमाए बैठे लोगों से जवाहर बाग़ खाली कराने गई पुलिस टीम पर उपद्रवियों ने असलहों से हमला कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की। इस झड़प में एसएचओ संतोष यादव की मौके पर ही मौत हो गई। खबर है कि इस बवाल में कुल 14 लोगाें की मौत हुर्इ है। साथ ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी सूचना है।
कुछ घंटे बाद अस्पताल मं एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी ने भी दम तोड़ दिया। हमले में एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। क्षेत्र में स्थिति विस्फोटक हो गई है। कई जिलों से पुलिस बल मथुरा मंगा लिया गया है। एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी को गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि जवाहर बाग इलाके में कुछ लोग बेशकीमती सरकारी जमीन पर करीब ढाई साल से कब्जा जमाए बैठे थे। स्थानीय प्रशासन कब्जा हटाने का कई दिनों से प्रयास कर रहा था। शाम को जब प्रशासनिक अधिकारियों का अमला वहां पहुंचा तो अन्दर बैठे लोगों ने फायरिंग करना शुरु कर दिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फायरिंग करने वाले अपने को सत्याग्रही बताते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार आग्रह करने के बावजूद कथित सत्याग्रही जब जवाहर बाग छोड़कर नहीं गए तो जजेज कालोनी की ओर से जेसीबी के जरिए दीवार तोड़कर अन्दर घुसने का प्रयास किया गया। पुलिस टीम जैसे ही अन्दर गई कि उसी समय जवाहर बाग से फायरिंग शुरु कर दी गई। उन्होंने बताया कि एक गोली फरह के एसआे संतोष कुमार यादव की आंख में जा लगी। वह वहीं गिर गए। उनकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कथित सत्याग्रहियों ने टेन्ट में आग लगा दी। मामला बिगड़ता देख मौके पर आसपास के जिलों की फोर्स बुला ली गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थिति नियंत्रण में है।