मुंबई: मुंबई हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया कि उड़ता पंजाब फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ रिलीज करने की अनुमति दी जाए। इसी के साथ फिल्म पर रोक लगने से जुड़ा संकट खत्म हो गया है। इसके पहले फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप फिल्म में हर सीन से पंजाब शब्द हटाने के खिलाफ कोर्ट में गए थे। मालूम हो सेंसर बोर्ड ने कहा था कि उड़ता पंजाब फिल्म से फिल्म के शीर्षक के साथ हर उस डायलॉग से पंजाब को हटाना होगा। पूरी फिल्म में करीब 89 जगहों पर पंजाब शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
सेंसर बोर्ड का यह निर्देश फिल्म के निर्माता-निर्देशकों को बिल्कुल पंसद नहीं आया। इधर सेंसर बोर्ड इस बात पर अड़ा हुआ था कि बिना पंजाब शब्द को हटाए वह इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। सेंसर बोर्ड के इसी फैसले के खिलाफ बुधवार को इस फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप ने मुंबई हाईकोर्ट के दरवाजे खटखटाए। कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए फिल्म रिलीज से लगी रोक हटा ली। कोर्ट ने कहा कि सेंसर बोर्ड इस फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ रिलीज करे। मजे की बात यह है कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक एक इंटरव्यू में पहले ही यह बात कह चुके थे कि फिल्म को ए सर्टिफिकेट के साथ ही रिलीज किया जाए।
सेंसर बोर्ड को फिल्म के नाम के साथ एक गाने पर भी एतराज था। सेंसर बोर्ड के सदस्यों का मानना था कि फिल्म में पंजाब का या फिर पंजाब के चुनाव का कोई जिक्र नहीं होना चाहिए। इसके पहले मंगलवार को अनुराग कश्यप की इस लड़ाई में अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी भी कूद पड़े थे। इन दोनों ने ही इस फिल्म को बिना कट के साथ रिलीज करने की बात का समर्थन किया था। जवाब में अनुराग कश्यप ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की थी कि इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं। वह अपनी लड़ाई खुद ही लड़ेंगे।