लखनऊ: यूपी में अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है लेकिन सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में पारिवारिक कलह सुर्खियां बन रही हैं। इस कलह को शांत करने के लिए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भाई शिवपाल की बात मानते हुए एक बार फिर कौमी एकता दल का सपा में विलय कर सकते हैं। शिवपाल की नाराजगी के बाद मुलायम मुख्तार के दल को पार्टी में शामिल करने पर राजी हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक मुलायम और मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी की फोन पर बात हो गई है। इस विलय का ऐलान अगले 2-3 दिन में हो सकता है। हालांकि इस विलय को लेकर परिवार में मतभेद भी हैं। जब सीएम अखिलेश याद व से इस विलय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में नेता जी से पूछिए। बता दें इससे पहले भी शिवपाल ने कौमी एकता दल के विलय का ऐलान किया था लेकिन अखिलेश के दबाव में ये विलय रद्द कर दिया गया था। माना जा रहा था कि शिवपाल इसी को लेकर खफा थे और उन्होनें मुलायम सिंह यादव से इस्तीफे की पेशकश तक कर दी थी। जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल को मनाने के साथ-साथ अखिलेश सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई।
इस पूरे मुद्दे पर राजनीतिक दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा है कि पिता-पुत्र के झगड़े में जनता पिस रही है। बीजेपी के प्रदेशअध्यक्ष केश्व प्रसाद मौर्या ने इसे सपा का ड्रामा बताते हुए कहा कि कौमी एकता दल पहले दिन से सपा के साथ है बीच में अखिलेश की इमेज बिल्डिंग के लिए उन्होंने एक ड्रामा किया था क्योंकि उनकी नैय्या डूब रही है। बसपा के सुधींद्र भदौरिया ने कहा कि मूल बात यह है की पिता पुत्र के झगड़े, चाचा भतीजे के झगडे में जनता पिस रही है। यूपी की जनता अब इनसे निजात चाहती है। वहीं कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पारिवारिक कलह ने बहुत सारी बातों को जनता के सामने उजागर कर दिया है।