दुनिया के सभी धर्म नेकी, भलाई, शांति और सच्चाई की शिक्षा देते हैं। इस्लाम धर्म भी इन्हीं आदर्शों पर चलने की सीख देता है। जानिए इस्लाम की वे बातें जो इन्सान को गुनाहों से बचने की हिदायत देती हैं।
किसी की बेबसी पर कभी मत हंसो, क्या मालूम कब किसका ऎसा वक्त आ जाए। अल्लाह के खौफ से गिरने वाला सच्चा आंसू बेशक छोटा क्यों न हो लेकिन उसमें इतनी ताकत होती है कि वह समंदर के बराबर गुनाह को मिटा देता है।
अपनी जुबान की तेजी उस मां पर मत चलाओ जिसने कभी तुम्हें बोलना सिखाया था।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे लोग तुम्हे देखकर कहें, अगर उम्मत ऎसी है तो नबी (पैगंबर मुहम्मद साहब) कैसे होंगे!
किसी की आंख तुम्हारी वजह से नम न हो (मतलब तुम किसी को दुख न दो), क्योंकि एक दिन तुम्हें उसके हर आंसू का कर्ज चुकाना होगा।
कभी किसी ऎसे शख्स पर जुल्म न करो जिसके पास फरियाद के लिए अल्लाह के सिवाय कोई न हो।
किसी गरीब व कमजोर इंसान तथा नमाजी की आह मत लो, क्योंकि यह अर्श को चीरकर सीधे अल्लाह के पास जाती है। किसी को कभी मत सताओ।
जो काम नेकी और ईश्वर भक्ति के हैं, उनमें सबको सहयोग दो और जो काम गुनाह व ज्यादती के हैं, उनमें किसी को सहयोग न दो।