आयोडीन का खाने में संतुलित मात्रा में होना बहुत ही ज़रूरी हैं. आयोडीन की कमी से होने वाले रोगों में से एक है थायराइड हार्मोन की कमी होना. आयोडीन थायराइड ग्रंथि को अच्छी तरह काम करने में मदद करता है. आयोडीन दिमागी विकास में मदद करता है और वजन को नियंत्रित रखने में सहायता करता है. आयोडीन का सबसे अच्छा स्त्रोत नमक होता है.
नमक के अलावा कुछ और भी स्रोत है जिनसे आयोडीन की कमी को पूरा किया जा सकता है. आइये उनके बारे में जानते हैं:
1. दूध: एक कप दूध में 56 माइक्रोग्राम आयोडीन पाया जाता है, साथ ही इसमें कैल्शियम और विटामिन डी भी मिलता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनता है.
2. मुनक्का: रोज़ तीन मुन्नके खाने से 34 माइक्रोग्राम आयोडीन आपके शरीर में जाता है. रोज़ 5-6 मुन्नके खाने से आपको विटामिन ए, विटामिन, आयोडीन, फाइबर मिलता है.
3. दही: दही में 80 माइक्रोग्राम आयोडीन जो आपकी दिन भर की कमी को पूरा करता है. दही में अच्छे बैक्टीरिया भी पाये जाते हैं जो आपके पाचन तंत्र को अच्छा रखते हैं.
4. रोस्टेड आलू: भुने हुए आलू रोज़ खाने चाहिए इससे आपको आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त मिलते हैं और आलू के छिलके में आयोडीन, पोटेशियम और विटामिन पाया जाता है. एक आलू लगभग 40% आयोडीन पाया जाता है.
5. लहसुन: लहसुन खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ ही कई स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर है. यह कम कैलोरी युक्त होने के साथ ही फाइटोन्यूट्रिएंट एनिथोल से भरपूर होता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और लहसुन में आयोडीन की भी भरपूर मात्रा होती है.
6. ब्राउन राइस: ब्राउन राइस में पाएं जाने वाले घुलनशीन फाइबर रक्त में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं. ब्राउन राइस आयोडीन का अच्छा स्त्रोत है.
7. सी फूड: अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा तेज दिमाग वाला बने तो उसे आयोडीन की भरपूर मात्रा देना बहुत जरूरी है. सी फूड आयोठन का बहुत अच्छा स्त्रोत होता है इसलिए भोजन में इसे जरूर शामिल करें. मछली में मौजूद पोषक तत्व मस्तिष्क को तेज करने का काम करते हैं. मछली में मौजूद फैटी एसिड स्मरण शक्ति बढ़ाता है. इसके साथ ही इसमें मौजूद प्रोटीन से मस्तिष्क की नई कोशिकाओं का निर्माण होता है.