लखनऊ: कानपुर में आरएसएस की बैठक अब समाप्त हो चुकी है। इसी के साथ ही ये खबर सामने आ रही है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ को बीजेपी का सीएम चेहरा नहीं बनाया जाएगा। क्योंकि पीएम मोदी को लगता है कि योगी की हिंदूवादी छवि पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री स्मृति र्इरानी को बीजेपी मैदान में उतारेगी। बता दें कि कानपुर में हुई आरएसएस की बैठक में योगी आदित्यनाथ के अलावा दूसरा नाम स्मति ईरानी का था, इसलिए माना ये भी जा रहा है कि स्मृति ईरानी को सीएम पद की उम्मीदवारी मिल सकती है।
सूत्रों का कहना है कि इसी वजह से मोदी कैबिनेट में स्मृति ईरानी का कद भी छोटा किया गया था। दरअसल यूपी में योगी आदित्यनाथ इस समय सबसे लोकप्रिय नेता और कैंडिडेट के तौर पर देखे जा रहे हैं। ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि अगर योगी को सीएम पद की उम्मीदवारी नहीं दी जाती तो क्या बीजेपी हिंदू वोट पर उतनी ही पकड़ बना पाएगी, जितनी योगी के होने पर बनती।