अल्लाह जिसे चाहता है अपने काम के लिए पसन्द कर लेता है, वह जिसे चाहता है हिदायत की राह नसीब करता है, वह जिसे चाहता है इज़्ज़त वालों में शामिल करता है और जिसे चाहता है बुलंदी आता करता है। तमाम तारीफ अल्लाह ही के लिए हैं, वह बरकत वाला है, रहीम, करीम है, अल्लाह तमाम इंसानों को हिदायत आता फरमाये।
हजरते अबू हुरैरह र.अ. से रिवायत है कि ताजदारे मदीना ने फरमाया, जिस भी शख्स ने लोहे के हथियार से खुदकुशी की, तो जहन्नम की आग में वो ही हथियार उस शख्स के हाथ में होगा और वो खुद को कायम जख्मी करता रहेगा और जो जहर पी कर खुदकुशी करेगा, तो दोजख की आग में हमेशा जहर पीता रहेगा और जो पहाड से कूद खुदकुशी करेगा वो दोजख की आग में कायम पड़ता रहेगा. . .
(मुस्लिम शरीफ)