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शिया और सुन्नी उलेमा ऐसे फतवे ज़ारी करे जिसमे आपस में की गयी हत्या को हराम करार दिया जाये: मुफ़्ती अहमद तैय्यब

मिस्र: अल-अज़हर यूनिवर्सिटी के प्रमुख और मिस्र के वरिष्ठ मुफ़्ती अहमद तैय्यब ने रविवार को शिया-सुन्नी की एकता पर जोर देते हुए कहा कि सुन्नी एवं शिया धर्मगुरुओं ऐसे फ़तवे जारी करें जिसमें सुन्नी मुसलमानों द्वारा शिया मुसलमानों की हत्या और शिया मुसलमानों द्वारा सुन्नी मुसलमानों की हत्या को हराम क़रार दिया जाए.

उन्होंने आगे कहा कि अल-अज़हर यूनिवर्सिटी ने हमेशा शिया और सुन्नियों को निकट लाने की कोशिश की है और यह विषय उसके लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है. इस्लाम कहता है कि आपस में मिलझुकर और प्यार मोहब्बत से रहना चाहिये. मुफ़्ती अहमद तैय्यब ने इस्लामी जगत में जारी खूनखराबें को रोकने के लिए मुसलमानों के बीच लड़ाई को बंद कराने पर जोर दिया है. कुवैती अख़बार अल-अनबा के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि मुसमलानों को आपस में लड़ाने वालों को कोई महत्व नहीं देना चाहिए.

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