लखनऊ: यूपी के सीएम और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव नेकड़ा रुख अपनाते हुए सोमवार को मुजफ्फरनगर बुढाना से विधायक नवाजिस आलम,डिबाई से गुडडू पंडित, बुलंदशहर शिकारपुर से मुकेश शर्मा, हरदोई की गोपामऊ सीट से विधायक श्याम प्रकाश को पार्टी विरोधी गतिविधियो और पार्टी व्हिप के खिलाफ विधान परिषद और राज्यसभा चुनावो में मतदान करने पर समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया है। वही बागियों ने कहना है, उन्होंने अपनी खुशी से क्रास वोटिंग नहीं की। पार्टी में इस के हालात बन गए थे कि क्रास वोटिंग करना मजबूरी बन गई।
सपा ने डिबाई से विधायक गुड्डू पंडित को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनका राज्यसभा और विधानपरिषद चुनाव के दौरान बीजेपी विधायक संगीत सोम के साथ काफी याराना दिखा था। उन्होंने क्रास वोटिंग भी की थी। ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि सपा में अपराधियों का बोलबाला हो गया है। उन्हें अब मोदी का काम बहुत अच्छा लग रहा है। मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले नेता लग रहे हैं। इसलिए अब वो बीजेपी की नैय्या पर सवार होना चाहते हैं।
गोरखपुर से बसपा विधायक राजेश त्रिपाठी को क्रास वोटिंग के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अब राजेश बीजेपी में जाने की जुगत लगा रहे हैं। उन्हें नरेंद्र मोदी राष्ट्रवादी सोच के लगते हैं और उनके काम करने का तरीका भी उन्हें भाता है। कभी मायावती का गुणगान करने वाले त्रिपाठी को अब बसपा में माफियाओं का वर्चस्व समझ में आ रहा है। उन्हें ये भी लग रहा था कि इस बार उनका पार्टी से टिकट काटकर किसी और को दिया जाएगा। इसलिए उन्होंने पहले से ही दूसरी जगह जमीन तलाशना शुरू कर दी। हालांकि, सपा ने गोरखपुर की चिल्लूपार से अपना विधायक प्रत्याशी फाइनल कर दिया है, इसलिए राजेश को बीजेपी से उम्मीद है।
गोरखपुर ग्रामीण से बीजेपी विधायक विजय बहादुर को पार्टी ने बाय-बाय बोल दिया है। विजय बहादुर को सपा विकास की ज्यादा हिमायती लगने लगा है कि सपा विकास की ज्यादा हिमायती है। इसलिए मोदी की बजाय वो मुलायम और अखिलेश का गुणगान कर रहे हैं। अपने क्षेत्र में समस्याओं के लिए वह बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हैं। गोरखपुर में एम्स नहीं बनने पर बीजेपी सरकार से नाखुश हैं। उनकी नजर में अखिलेश मुलायम जो कहते है वो करते हैं। इसलिए आने वाले दिनों में उनका नया ठिकाना सपा हो सकता है।
कांग्रेस की तरफ से तिलोई के विधायक डाक्टर मुस्लिम से भी पार्टी ने नमस्ते कर लिया है । हालाकि मुस्लिम का कहना है कि कांग्रेस अभी भी मेरी पार्टी है और मैं किसी दूसरी पार्टी में नही जा रहा हूं । क्रास वोटिंग इसलिए की क्योकि पार्टी में लगातार गलतियां हो रही थी । इस तरह के फैसले हो रहे है जो पार्टी के लिए नुकसान दायक है । मैने क्रासवोटिंग इसलिए की क्योकि मैं संदेश देना चाहता था । हालाकि अभी भी उन्हे लग रहा है कि पार्टी उन्हे फिर से टिकट देगी।