नई दिल्ली: इसे अमेरिका की दादागिरी कहे या पागलपन, क्योंकि वह जिस तरह से ISIS के आतंकियों को खत्म करने में जुटा है। वह उससे भी ज्यादा तादाद में बढ़ रहे हैं और यूरोपियन देशों को अपनी जद में ले रहे हैं।
इसका सबसे बड़ा कारण ISIS आतंकियों की बिना पहचान किए आम लोगों को भी निशाना बनाया जाना। ऐसी ही एक बड़ी खबर सीरिया से आई है, जहां पर अमेरिका ने ISIS आतंकियों के धोखे में आम नागरिकों पर बम गिरा दिए। इन हवाई हमलों में 117 लोगों की मौत हो गई। इनमें 73 आम नागरिक हैं और 35 मासूम बच्चे हैं। मांबिज के एक्टिविस्ट अदनान अल-हुसैन ने बताया, “117 लोग मारे गए हैं। मरने वालों में 73 आम नागरिक हैं। 35 बच्चे और 20 महिलाएं भी मारी गई हैं। ज्यादातर डेड बॉडीज बुरी तरह जल गई हैं। कई बॉडीज टुकड़े-टुकड़े हो गई हैं।”
एक्टिविस्ट ने बताया कि 50 घायलों को इलाज के लिए बॉर्डर टाउन जराब्लस लाया गया, जिससे हमले की जानकारी मिली। वहीं, ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन मामलों पर नजर रखने वाली ऑर्गनाइजेशन ‘रक्का इज बीइंग स्लॉटर्ड साइलेंटली’ का दावा है कि इस हमले में 160 नागरिक मारे गए हैं। ब्रिटेन स्थित मॉनिटरिंग ग्रुप एयरवेज ने बताया कि ISIS के खिलाफ पिछले दो साल से जारी अभियान में यह अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला है। बताया जा रहा है कि तुर्की में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के बाद इन्जर्लिक एयरबेस बंद था। हालात सुधरने के बाद मंगलवार को यूएस फाइटर जेट्स ने यहां से उड़ान भरी और ये हमला किया।