कुछ ऐसे सवाल , जो एक मुसलमान को जानना बहुत ही ज़रूरी है : पढ़िए दीन से जोड़े हुए सवाल और जवाब!
सवाल: सबसे पहला बादशाह कौन है जिसने सूली की सजा दी और किसको दी ?…
जवाब: फ़िरऔन पहला बादशाह है जिसने हाथ पैर काटने और सूली की सजा दी उन जादूगरों को जो हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम पर ईमान लाए थे |
(Khaza-E Nul Irfan,P 9,र 5)
सवाल: सबसे पहले दुनियां में कौनसा जानवर बीमार हुआ ?
जवाब: सबसे पहला जानवर “शेर” बीमार हुआ | जो कश्ती-ए-नूह में सवार था ये शेर पहला जानवर है जो दुनियां में बीमार हुआ | अबी इब्ने हातिम की रिवायत है कि रसूल अल्लाह सल्ल० ने फ़रमाया: कि हज़रत नूह अलैहिस्सलाम जब तमाम जानवरों को अपनी कश्ती में सवार कर चुके तो लोगों ने कहा कि शेर की मौजूदगी में बाकी जानवर कैसे आराम से रह सकेंगे | तब अल्लाह पाक ने शेर पर बुख़ार डाल दिया जिससे वह चुपचाप बैठा रहा इससे पहले जमीन पर ये बीमारी नहीं थी |
सवाल: रूह कब्ज करने के लिए “मल्कुल मौत” कितने फ़रिश्तों को अपने साथ लेकर आते हैं ?
जवाब: मोमिन की रूह कब्ज करने के लिए मल्कुल मौत अपने हमराह “रहमत” के छ: लाख फ़रिश्तों को लेकर आते हैं और काफिर की रूह कब्ज करने के लिए छ: लाख “अजाब” के फरिश्ते उनके साथ होते हैं |
Allahu अकबर (Ma’rijun Nubuwwa Jild-3 Safa No.105)
सवाल: उस फरिश्ते का क्या नाम है जो “कयामत” के दिन जमीन को बोरी की तरह लपेट देगा ?
जवाब: उस फरिश्ते का नाम “रियाफ़ील” अलैहिस्सलाम है जो कयामत के दिन तमाम जमीन को बोरी की तरह लपेट देगा |
(Al Ittiqan Fi Ulumul Quran Jild -1 Safa No.60)
सवाल: वह कौनसा फरिश्ता है जिसके माथे पर पूरा “कुरआन” लिख दिया गया है?
जवाब: वह हज़रत इस्राफील अलैहिस्सलाम हैं जिनकी पेशानी पर पूरा कुरआन लिख दिया गया है |
(Tafseer Naimi Jild-2 Safa No. 309)
सवाल: वह कौनसा फरिश्ता है जो कयामत के दिन लोगों को मैदाने महशर की तरफ बुलाएगा ?
जवाब: वह हज़रत इस्राफील अलैहिस्सलाम हैं बअज ने कहा है कि निदा तो हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम देंगे और सूर हज़रत इस्राफील अलैहिस्सलाम
फूकेंगे |
(Savi Jild – 3 Safa No. 65)
सवाल: जन्नत के खजीन फरिश्ते का क्या नाम है ?
जवाब: जन्नत के खजीन फरिश्ते का नाम “रिजवान” अलैहिस्सलाम है |
सवाल: दोजख के खजीन फरिश्ते का क्या नाम है ?
जवाब: दोजख के खजीन फरिश्ते का नाम “मालिक” अलैहिस्सलाम है |
(Al Ittiqan Fi Ulumul Quran Jild-1Safa No. 60)
पाँच जगहों पर हंसना पच्चीस गुनाहों के बराबर है —
(1) कब्रस्तान में
(2) जनाजे के पीछे
(3) मजलिस में
(4) तिलावत-ए-कुरआन में
(5) मस्जिद में
अच्छी बातों को फैलाना सदका जारिया है — तीस लाख नेकिया लिख दी जाती हैं कयामत के दिन तो इन्सान एक-एक नेकी के लिए तरसेगा जब तक यह जानकारी आगे बढ़ती रहेगी लोग इसे पढ़ते रहेंगेतो भेजने वालों को सवाबदारैन हासिल होता रहेगा |