नई दिल्ली: सरकार मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक की एनजीओ को बैन कर सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ढाका में जुलाई में हुए आतंकी हमले में शामिल हमलावर नाइक से इन्सपायर थे। इसके बाद सरकार ने नाइक पर शिकंजा कसना तेज कर दिया था।
नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) के काम और फंडिंग की जांच चल रही है। सूत्रों के मुताबिक इंटेलिजेंस ब्यूरो ने होम मिनिस्टर को नाइक की स्पीच की एक लिस्ट दी है, जिसे इस कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि पहले भी आईएस में शामिल होने गए मुंबई के 4 स्टूडेंट भी नाइक को फॉलो करते थे। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने दावा किया है कि जाकिर नाइक धर्म परिवर्तन कराता है और लोगों को बरगलाता है। इसके लिए उसे विदेशों से फंडिंग भी होती है।
जांच के दायरे में आईआरएफ पर लगे जो अन्य आरोप हैं, उनमें विदेशों से मिले चंदे का पॉलिटिकल यूज, धर्मांतरण के लिए इंस्पायर्ड करने और टेरेरिज्म फैलाने के लिए यूज किया गया। एक अफसर की माने तो होम मिनिस्ट्री ने आईआरएफ को विदेशों से मिलने वाले धन के सोर्सेज का भी पता लगाने का ऑर्डर भी दे दिया है। केंद्र के अलावा महाराष्ट्र सरकार ने भी 50 साल के इस इस्लामी उपदेशक की स्पीच की सीडी की जांच के ऑर्डर दिए हैं।