लखनऊ। उन्नाव में नोट बदलने के दौरान बुजुर्ग महिला समेत दो की जान चली गई। एक मौत शहर कोतवाली व दूसरी अजगैन थाना क्षेत्र में हुई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कुशीनगर में 9 नवंबर को बैंक बंद देख 1000-1000 के दो नोट बदलने गई महिला की बैंक बंद देखकर सदमे से मौत हो गई थी। उन्नाव शहर के आवास विकास निवासी स्व. हरिहरनाथ शुक्ल की पत्नी को दोबारा लाइन में न लिए जाने से उसे गहरा सदमा लगा और उसकी मौत हो गई। इसी तरह रुपया न जमा होने के सदमे में नवाबगंज निवासी रजनू पुत्र रामरतन पाण्डेय (60) की जान चली गई।
सदमे से उबरीं दो महिलाएं
मैनपुरी और मीरजापुर में बमुश्किल दो महिलाएं सदमे से उबर सकीं। मैनपुरी के बेवर में रुपये जमा करने के लिए लाइन में लगी एक महिला के 70 हजार रुपये किसी ने पार कर दिए। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। मीरजापुर में रानीबाग निवासी संजीदा विजया बैंक में 40 हजार रुपया जमा करने आई थीं। वह जैसे ही बैंक के अंदर गईं किसी ने भीड़ में ही उसके रुपये उड़ा दिए। कुछ देर के लिए सदमे में आई इस महिला ने थाने में जाकर तहरीर दी।