जब हौंसला बुलंद हो तो इंसान कोई भी काम कर सकता है. 4 साल की बच्ची जिसका नाम श्रीजिता है उसने कुछ नया कर दिखाया है.
छोटी सी उम्र में ऐसे कारनामे, जिसे करने के लिए बड़े-बड़े सोच भी नहीं सकते. इतनी छोटी उम्र में बिहार की समस्तीपुर की श्रीजिता को 250 से अधिक पेड़ पौधों का वैज्ञानिक नाम याद है और वो भी बिना रुके हुए.
वैज्ञानिक बनने की चाहत
श्रीजिता के कारनामे से उसके मां-बाप गदगद हैं और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए अब दावेदारी पेश की है. खुद श्रीजिता वैज्ञानिक बनना चाहती हैं.
एक के बाद एक पौधों के वैज्ञानिक नाम पूछते जाइए और श्रीजिता फटाफट बताती जाएगी. इस वीडियो में विलक्षण प्रतिभा की धनी श्रीजिता से उसकी मां पूछ रही है और वो फटाफट बोलती जा रही है. महज 7 मिनट 33 सेकेंड में ये बताती है, 221 पेड़-पौधों के वैज्ञानिक नाम.
वैज्ञानिक नाम जानने की भूख
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में कृषि अनुसंधान संस्था में कार्यरत वैज्ञानिक पिता डॉ. तपस रंजन दास बताते हैं कि जब श्रीजिता ने बात करनी सीखी, उसके बाद से ही इसमें वैज्ञानिक नाम जानने की ललक जग गई. उसके बाद से जब भी वो कुछ देखती तो उसके वैज्ञानिक नाम पूछने लगती है.
दास ने बताया, ‘मैं एक वैज्ञानिक हूं. मुझे भी इतने नाम याद नहीं है. यह किसी कुदरत के करिश्मे से कम नहीं है. इस विलक्षण प्रतिभा को देख मैंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए दावेदारी पेश की है.’
सब कुछ भगवान की कृपा
मां असीमा दास बेटी के बारे में बताते-बताते भावुक हो जाती है. वह इसे भगवान की कृपा बताती हैं. वह कहती हैं कि इसके आंख (चश्मा लगाती है) में कमी है, लेकिन दिमाग पूरी तरह दुरूस्त है.
इसे चमत्कार कहें या लगन या फिर जुबान पर साक्षात सरस्वती, तभी तो श्रीजिता ने महज चार साल की उम्र में दुनिया को दिखा दी, प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती.