क्या आपने कभी सुना होगा कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को सिर्फ 42 दिन में खत्म किया जा सकता है, वो भी सिर्फ एक जूस कि मदद से। जी हां ये सच है. इस बात को सच साबित किया है, ऑस्ट्रिया के प्राकृतिक चिकित्सक Rudolf Breuss के विशेष जूस ने। इस प्रसिद्ध ऑस्ट्रियाई रस ने कैंसर और अन्य असाध्य रोगों से 45,000 से अधिक लोगों को ठीक किया है।
एक विशेष भोजन की मौजूदा जो 42 दिनों के लिए रहता है का आविष्कार किया। रुडोल्फ ने सिफारिश की है कि सभी लोगों को सिर्फ चाय और इस सब्जी का रस पीना चाहिए। इस अद्भुत घर का बना रस में मुख्य घटक चुकंदर है । उनका दावा है कि इस चक्र के दौरान , कैंसर की कोशिका मर जाते हैं। सुनिश्चित करें कि आप जैविक या स्थानीय उगाई सब्जियों का उपयोग करते हैं। आप निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी :
चुकंदर (55 %),
गाजर (20 %),
अजवाइन रूट (20 %),
आलू (3%),
मूली (2 %)
इनका जूस बनाएं, अपने ड्रिंक का आनंद लें। इस जुस को जादा मात्रा में न पिये, अपने शारीरिक आवश्यकता के अनुसार ही पिये।
ऑस्ट्रिया के रुडोल्फ Breuss ने कैंसर के लिए सबसे अच्छा प्राकृतिक इलाज खोजने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया है। Rudolf Breuss ने बताया के कैंसर ठोस भोजन पर ही जिंदा रहता है , कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है अगर कैंसर का मरीज़ 42 दिन तक सिर्फ सब्जिओं का रस और चाय ही ले | Rudolf Breuss ने एक ख़ास जूस तयार किया जिसके बहुत ही शानदार नतीजे देखने को मिले , उन्होंने इस तरीके से 45,000 से भी ज़यादा लोग जिन्हें कैंसर या कई इसी लाइलाज बीमारियाँ थी को ठीक किया | ब्रोज्स का कहना था के कैंसर सिर्फ प्रोटीन पर ही जिंदा रहता है |
Breuss का कैंसर को ठीक करने का ये तरीका 42 दिन तक चलता है , कियोंके कैंसर के सेल्स का मेटाबोलिज्म हमारे शारीर में मोजूद बाकी सेल्स से अलग होता है , Breuss का ये ख़ास किसम का रस इस तरीके से तयार किया गया है जिस से कैंसर के सेल्स तक कोई ठोस प्रोटीन युक्त भोजन ना पहुच सके और कोई खुराक न मिलने के कारण उसके सेल्स अपने आप ख़त्म हो जाएँ परन्तु ये रस शारीर के बाकि सेल्स को कोई नुकसान नही पहुचाता |
इन 42 दिनों के दौरान सभी कच्चे फल और सब्जियां तरल रूप में दिए जाते हैं | Breuss ने इस बात पर ख़ास जोर दिया है के कैंसर के मरीज़ को 42 दिनों के लिए सिर्फ रस और चाय हे दी जाये इसके इलावा कोई भी ठोस चीज़ खाने के लिए नही दी जाये | इस दौरान इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियां कुदरती (organic ) तरीके से उगाइ गई हों और अच्छे से साफ की गई हों |कियोंकि कैंसर के सेल ठोस खाने में पाए जाने वाले प्रोटीन पर ही जिंदा रहते हैं तो अगर आप 42 दिनों के लिए कुछ भी ठोस नही खायेंगे और सिर्फ जूस और चाय ही लेंगे तो कैंसर के cell अपने आप ख़तम हो जायेंगे और शारीर के normal cell उसी तरह रहेंगे |