हम आपको बता दें की बीजेपी के कई बड़े नेता बीजेपी से अपना स्तीफा दे रहे हैं। आपको यह बात जानकर काफी हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश में तकरीबन आठ हजार कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया है.
आपको बता दें की इतनी बड़ी संख्या में इस तरह से बीजेपी कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़ने से बीजेपी में खलबली मच गई है। गुप्त सूत्रों से पता चला है कि कार्यकर्ताओं ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि नर्मदा नदी में हुए अवैध उत्खनन का आरोप बीजेपी पर लगाया गया और यह कदम उठाया गया.
आपको अगर याद हो तो बीजेपी के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह ने भी बीजेपी से संन्यास लेने कि घोषणा करते हुए विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी पार्टी छोड़ दी थी.
आपको बता दें की जिस तरह से बीजेपी पार्टी के लोग कांग्रेस से जुड़ रहे हैं उससे उनकी कांग्रेस की ओर लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है. सूत्रों से पता चला है कि शहडोल जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र मरावी ने भी इसी कारण बीते सोमवार बीजेपी पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
उन्होंने यह बात साफ़ तौर से कह दी,’मैं अपने जिले में जनता का काम ही नहीं करा पा रहा हूं तो एेसी पार्टी में रहकर क्या करूंगा. एक महीने के भीतर कांग्रेस की सदस्यता ले लूंगा.’
यही नहीं होशंगाबाद जिले के बीजेपी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विजय चौकसे ने भी बीजेपी पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है.
जैसा की आप सब जानते हैं कि इससे पहले रीवा जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले चुके हैं.