ईवीएम मशीन आने से और इससे चुनाव होने के कारण काफी बवाल हो रहा है। चुनाव होने के बाद और नतीजे आने के बाद भी लोग ईवीएम मशीन को लेकर काफी बहस करते हैं। अभी जो उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव हुए हैं उसमे ईवीएम मशीन को लेकर काफी बवाल हो रहा है। जो लोग बीजेपी के विपक्ष में हैं वह लोग हमेशा भाजपा को कोसते रहते हैं कि यह लोग ईवीएम मशीन में गड़बड़ी करके चुनाव जीत रहे हैं।
मायावती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई बार ईवीएम मशीन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ईवीएम को लेकर अपना बयान दिया है जिससे लोगों के अंदर खलबली मच गई है।
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा की अगर यूपी निकाय चुनाव बैलेट पेपर से होते तो भाजपा को 15 प्रतिशत वोट भी नहीं मिलते।
अखिलेश यादव ने यह बात भी कही कि यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी 16 में से 14 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन अगर यही चुनाव बैलेट पेपर से कराये जाएँ तो बीजेपी को बहुत ही कम वोट मिलेंगे और बीजेपी की पोल खुल जायेगी।
यूपी निकाय चुनाव होने से पहले ही अखिलेश यादव ने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी। सिर्फ अखिलेश यादव ने ही नहीं बल्कि मायावती ने भी बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी और कहा था कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होते तो उनके दो से ज़्यादा प्रत्याशी जीतते।