लखनऊ: हम आपको बता दें कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने डेडलाइन से पहले ही शुक्रवार के दिन सरकारी बंगला खाली कर दिया है। मुलायम सिंह यादव बंगला खाली करने के बाद वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे और कमरा नंबर-102 में रात गुजारी।
आपको बता दें कि लखनऊ-सुल्तानपुर रोड स्थित अंसल गोल्फ सिटी अब से होगा मुलायम सिंह और अखिलेश यादव का नया ठिकाना। यह घर उतना बड़ा तो नहीं है जिसमें वह पहले रहा करते थे लेकिन हर सुविधाओं से लैस जरूर है।
आपको बता दें कि सरकारी बंगला खाली करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से अखिलेश यादव ने किराए के कई मकान देखे, लेकिन उन्हें कोई पसंद नहीं आया था। उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव को यह बंगला अच्छा लगा और जबतक उनका अपना घर नहीं बन जाता मुलायम और अखिलेश यहां शिफ्ट हो गए।
अंसल एपीआइ के सी 3 के विला नंबर 12-ए को मुलायम सिंह यादव के लिए तैयार किया गया है। सुरक्षा को देखते हुए विला के बाहर टीन शेड का बड़ा सा पिकेट बनवाया गया हैं। सामान की शिफ्टिंग की जा रही है।
अंसल के पॉकेट सी-2 में लगभग 4843-80 स्कवॉयर फीट के जिस चार स्प्रिंग विला को समाजवादी परिवार ने रहने के लिए लिया गया है, उसकी बाजार कीमत करीब 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
बंगला खाली करने को लेकर तीन दिनों तक अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के सामान पैक होते रहे। अखिलेश यादव ने अपना बंगला खाली कर दिया है और वह सरकारी बंगले से तीन ट्रक सामान लेकर यहां से विदा हो गए।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला ‘लोकप्रहरी’ नाम के एनजीओ की याचिका पर लिया। एनजीओ लोकप्रहरी ने 1997 के सरकारी आदेश को चुनौती दी थी।
एनजीओ ने अपनी याचिका में उत्तर प्रदेश मिनिस्टर्स सैलरीज़, अलाउंस एंड अदर फैसिलिटीज एक्ट 1981 का हवाला दिया गया था। इस एक्ट के सेक्शन 4 में कहा गया है कि, मंत्री और मुख्यमंत्री, पद पर रहते हुए एक नि:शुल्क सरकारी आवास के हकदार हैं, लेकिन जैसे ही वह पद छोड़ेंगे 15 दिन के भीतर उन्हें सरकारी मकान खाली करना होगा।
7 मई को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को 15 सरकारी आवास खाली कराया जाये। इसके बाद 15 दिन का समय भी दिया गया था जिसमें अभी 1 दिन और बाकी हैं। सुप्रीम कोर्ट ले आदेश के बाद पूर्व सीएम कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, मायावती, अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और एनडी तिवारी को अपने-अपने सरकारी बंगले खाली करने हैं।
आदेश के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह अपने सरकारी बंगले खाली कर दिए थे।