अलीगढ़: दो छात्र हावड़ा-कालका मेल ट्रेन से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुर्शिदाबाद सेंटर से अलीगढ़ आ रहे थे। तभी उनके साथ ट्रेन के अंदर मार पीट की खबर आई। खबर पाकर तकरीबन 200 छात्र रेलवे स्टेशन पहुँच गए और कार्यवाई की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
छात्रों की संख्या को देखते हुए रेलवे पुलिस सतर्क हो गई। कई थानों की फोर्स, क्यूआरटी व पीएसी के साथ एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, सीओ तृतीय संजीव दीक्षित, सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव भी रेलवे स्टेशन पहुंच गए। दिल्ली व लखनऊ तक भी हंगामे की गूंज पहुंची। अधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे। ट्रेन रवाना होने के बाद ही राहत की सांस ली।
शेख मुहम्मद आदिल एएमयू के मुर्शिदाबाद सेंटर में एमबीए प्रथम वर्ष का छात्र है। बुधवार को वह साथी शिराज नासिर के साथ हावड़ा-कालका मेल से अलीगढ़ लौट रहा था। छात्रों ने यहां कैंपस में वाट्सएप गु्रप पर मैसेज भेजा कि रास्ते में साथ बैठी सवारियों ने विशेष संप्रदाय के होने के कारण उनसे अभद्रता, मारपीट की है। यह भी बताया कि शाम साढ़े पांच बजे ट्रेन अलीगढ़ पहुंचेगी, मगर ट्रेन लेट थी। खबर पाकर एएमयू छात्र स्टेशन पर पहुंच गए। कुछ ही देर में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन, पूर्व उपाध्यक्ष नदीम अंसारी व पूर्व सचिव नबील उस्मानी के नेतृत्व में छात्रों की भीड़ जमा हो गई और ट्रेन का इंतजार करने लगे। अनहोनी की आशंका को देखते हुए रेलवे पुलिस ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। फिर तमाम फोर्स पहुंच गया। एएमयू की प्रॉक्टोरियल टीम भी आ पहुंची। अधिकारियों ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया। ट्रेन में सवार शेख मुहम्मद के पिता भी स्टेशन आ गए और उन्होंने भी छात्रों से वापस लौटने की अपील की। उधर, ट्रेन को हाथरस जंक्शन पर ही रोक लिया गया था। कार्रवाई के आश्वासन पर रात साढ़े आठ बजे छात्र स्टेशन से लौट गए।
हाथरस जीआरपी के मुताबिक कोलकाता का एक परिवार कालका मेल में दिल्ली की ओर जा रहा था। टूंडला स्टेशन निकलते ही दोनों छात्र बंगाली परिवार के डिब्बे में पहुंच गए और खाली सीट पर बैठ गए। परिवार ने विरोध किया तो अभद्रता व हाथापाई कर दी। परिवार ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। बवाल की आशंका से रेलवे पुलिस ने पीड़ित परिवार को हाथरस जंक्शन स्टेशन पर ही उतरवा लिया। इस पर छात्रों ने हंगामा काटा। वे परिवार को उतरने नहीं दे रहे थे। बार-बार चेन पुलिंग करने लगे। फोर्स ने दोनों को हिरासत में ले लिया। डेढ़ घंटे देरी से ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हो सकी। हाथरस में बंगाली परिवार के आरके विश्वास की ओर से छात्रों के खिलाफ तहरीर लिखने की तैयारी चल रही थी। पीड़ित के बंगाली भाषा में बोलने के चलते पुलिस को परेशानी हुई। इसके लिए अनुवादक का भी सहारा लिया गया।
एएमयू छात्रों की भीड़ को देखते हुए अफसरों ने धैर्य से काम लिया। छात्रों ने पिछले साल जेएनयू से लापता हुए छात्रा नजीर की बरामदगी की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन जमकर हंगामा काटा था। ट्रैक बाधित किया था। इस बार ये नौबत नहीं आई।
एएमयू में छात्रसंघ चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे छात्रों ने उन्होंने बुधवार को हुए हंगामे में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। चुनाव में बाजी भी वही मारता है जो छात्रों की आवाज बनकर उभरे।