हम आपको बता दें कि इसे ही कहते हैं अहंकार की पराजय. हम आपको यह भी बता दें कि जिस समय शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उन्हें लगता था कि बस मैं ही मैं हूं और बाकी कोई नहीं.
इसी अहंकार में चूर शिवराज सिंह ने किसानों पर गोलियां चलवाई, शिक्षकों पर लाठियां चलवाई और मध्य प्रदेश के खजाने को लूट कर जनता को कंगाल बना दिया लेकिन दिन बदला.
शिवराज की हार हुई और कांग्रेस की जीत हुई. चुनाव हारते ही उनके बुरे दिन शुरु हो गए. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवराज के साथ ऐसा सलूक किया कि वो उनको जिंदगी भर याद रहने वाला है.
पीछे खड़े रहो शिवराज
सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को पीछे होने के लिए फटकार लगा रहे हैं.
शुक्रवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा था. इस दौरान बारी आई मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित करने की. मंच पर भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थें.
होशियार बनने के चक्कर में लगी फटकार
सभी नेताओं को बारी बारी से मोदी को माला पहनाना था. शिवराज ने ज्यादा होशियारी का परिचय देते हुए पीछे से जबरन आगे आ गए और मोदी को माला पहनाने की कोशिश करने लगे.
उन्हें ऐसा करते हुए अमित शाह ने देख लिया और टोका… ऐ शिवराज, ये क्या, बारी बारी से आओ. किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
शर्म से पीछे हटे शिवराज
ऐसा एक बार नहीं बल्कि तीन बार हुआ. शिवराज ने तीन बार मोदी को जबरन माला पहनाने की कोशिश की और तीनों बार अमित शाह ने उन्हें डांटा. अंत में शिवराज को थक हार कर पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्हें अमित शाह का गुस्सा पता है.
शिवराज अपनी इस सरेआम बेइज्जती के बाद भी अपनी गलती महसूस नहीं कर रहे हैं बल्कि बातों को घूमा फिरा रहे हैं लेकिन यह हैरान करने वाली बात है कि शिवराज सिंह चौहान जैसे अनुशासनहीन और अशिष्ट व्यक्ति के हाथों में जनता ने कैसे इतने दिनों तक मध्य प्रदेश की कमान सौंप दी.