लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के सीतामढ़ी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर परिवाद पत्र दायर हुआ है। सोमवार को सीतामढ़ी कोर्ट में देशद्रोह का परिवाद दर्ज हुआ है।
अधिवक्ता चंदन ठाकुर ने केरल के सबरीमाला मंदिर पर अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को लेकर यह परिवाद दायर किया है। सीतामढ़ी के कोर्ट में देशद्रोह के इस परिवाद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को आरोपी बनाया गया है.
परिवाद दायर करने वाले अधिवक्ता चंदन कुमार ने अमित शाह के उस बयान को लेकर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने सबरीमाला मंदिर को लेकर एक बयान दिया था. चंदन ने अपने परिवाद में में कहा कि अमित शाह का बयान कोर्ट के फैसले का विरोध करने वाला और लोगों को भड़ाकाने वाला था.
गौरतलब है कि शनिवार को जब अमित शाह केरल के कन्नूर में थे। उन्होंने सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया था.
उन्होंने कहा था कि कोर्ट को ऐसे फैसले नहीं लेने चाहिए, जिन पर अमल न हो. कोर्ट को फैसला लेते समय धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में केरल की कम्युनिस्ट सरकार मंदिरों और हिंदू परंपराओं को तबाह करने का ष’ड्यंत्र रच रही है.
गौरतलब है कि सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाइ्र करते हुए अपने फैसले में सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को प्रवेश करने और पूजा करने की इजाजत दी थी.
पहले यहां 10 साल की बच्चियों से लेकर 50 साल तक की महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी थी। अब देखना ये है कि यह परिवाद क्या रंग लेता है क्योंकि मामला कोर्ट के आदेश की अवमानना का है.
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