अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हर कोई यही सवाल पूछ रहा है कि एएमयू का अगला वीसी कौन होगा। लोग इस बात को भी लेकर उत्सुक हैं कि राष्ट्रपति जब एएमयू विजिट करेंगे तो वीसी पद के लिये किसका नाम चुनेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय दावेदारों के नाम देख और परख रही है। शैक्षिक रिकॉर्ड के साथ साथ आपराधिक इतिहास भी देखा जा रहा है।
कुलपति जमीरउद्दीन शाह का पांच साल का कार्यकाल 16 मई को पूरा हो रहा है। इससे पूर्व ही नए कुलपति का चयन होना है। 28 जनवरी को एग्जीक्यूटिव काउंसिल (ईसी) की बैठक में पांच नामों का पैनल बना था। चार फरवरी को एएमयू कोर्ट ने तीन नाम पर मुहर लगाई। कोर्ट के 130 सदस्यों में से 94 ने जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. तारिक मंसूर को समर्थन दिया। वह पहली पसंद बनकर उभरे हैं। दूसरे नंबर पर यूएस इंडिया पॉलिसी इंस्टीट्यूट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. अबु स्वालेह शरीफ रहे। उन्हें 90 मत मिले। 86 मत पाकर डॉ. शाहिद जमील तीसरे स्थान पर रहे। इन्हीं तीन नाम वाले पैनल में से किसी एक पर यूनिवर्सिटी विजिटर की हैसियत से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मुहर लगाएंगे। इंतजामिया ने कोर्ट की बैठक के अगले दिन ही तीन नामों का पैनल स्पीड पोस्ट से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा था, जो किसी कारणवश नहीं पहुंच सका। 22 फरवरी को संदेशवाहक के हाथों पैनल भिजवाया। पैनल पहुंचने के बाद मंत्रालय हर दावेदार के बारे में जानकारी जुटा रहा है। रजिस्ट्रार प्रो. जावेद अख्तर ने बताया कि मंत्रालय से तीनों पैनलिस्ट के बारे में जानकारी मांगी थी, जो भेज दी गई है।