हम आपको बता दें कि देश में इस समय जांच एजेंसी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) में काफी उठापटक मची हुई है और इसमें केंद्र सरकार के कथित दखल के बाद से विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि हाल ही में सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच एक साल चला विवाद सार्वजानिक होने के बाद दोनों को छुट्टी पर भेज दिया गया था।
अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुच चुका है। इसी मुद्दे पर एक डिबेट का आयोजन किया गया तो वरिष्ठ पत्रकार भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा पर भड़क गई। सीबीआई में जारी घमासान पर आयोजित की गई इस डिबेट में कांग्रेस का पक्ष रखने के लिए पवन खेड़ा को बुलाया गया और भाजपा का पक्ष रखने के लिए संबित पात्रा को बुलाया गया।
इस डिबेट में एंकरिंग का ज़िम्मा अंजना ओम कश्यप के हाथ में था। डिबेट के दौरान पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को अचानक सीबीआई के उच्च अधिकारियो को छुट्टी पर भेजने पर हमला किया और पीएम को डरपोक बताया।
पीएम को डरपोक कहने पर संबित ने पीएम के लिए सही शब्द इस्तेमाल करने को कहा और वह पवन खेडा के सवालो का जवाब देने लगे लेकिन इसी बीच पवन खेडा फिर बोलने लगे और ऐसा लगने लगा कि वह संबित का जवाब नहीं सुनना चाह रहे हो। फिर संबित भी डिबेट छोड़कर जाने की धमकी देने लगे और माइक हटाने लगे इसी बीच एंकर अंजना थोड़ी सख्त हुई और दोनों ही नेताओं को बताया कि सीबीआई की साख दांव पर लगी है और आप दोनों डिबेट को कहा लिए जा रहे है।
इसके बाद एक बार फिर पवन खेडा शुरू हो गये और संबित भी बार-बार उन्हें रोकने की मांग का करने लगे। आखिर में एक मौका आया जब संबित यह कहकर जाने डिबेट छोड़कर जाने लगे कि अगर पवन जी को यहां कंट्रोल नहीं कर पा रहे है हमें विषय रखना है हम बाकी चैनलो पर रख देंगे। यह सुन एंकर अंजना भड़क गई और कहने लगी कि मतलब आप मुझे आजतक पर खुली धमकी दे रहे है।
अंजना ने आगे कहा कि हम भी बोलने का मौका दे रहे है और ऐसे हज़ारो मौके आते है जब आप भी चुप नहीं होते है। मैं भी लगातार उनको चुप होने के लिए ही बोल रही हूँ।
न मैं कोई बड़ी कंट्रोलर नियुक्त हुई हूँ न आप कि मुझे खुली धमकी दे। विषय पर वापस आइये आप दोनों से निवेदन है और बहस कीजिये नाटकीय अंदाज़ को बिलकुल दूर रखिये। चोर डकैत जैसे शब्दों को बंद कीजिये सीबीआई की सांख दांव पर है इसकी गंभीरता को समझिये। देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी कभी किसी का मर्डर होता है स्कैम होता है लोग कहते है सीबीआई की जांच कराओ आज उसी सीबीआई में ऐसा तूफ़ान है सवाल आपसे पूछ रहे है जवाब दीजिये। राहुल गांधी डकैत है चोर है प्रधानमंत्री चोर है डकैत है आपदोनों से निवेदन है ऐसा अपशब्दों का इस्तेमाल मत कीजिये।