नई दिल्ली: हम आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है. हम आपको यह भी बता दें कि उन्होंने निजी कारणों और परिवार की प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दिया है.
वीके जैन का इस्तीफा दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद आया है. इससे पहले वह एक सप्ताह के चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे.
बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री ऑफिस में सौंप दिया है और इसकी एक कॉपी उपराज्यपाल को भी भेज दी है. वीके जैन ने दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के सीईओ पद से सेवानिवृत होने के बाद पिछले साल सितंबर में सीएम के सलाहकार नियुक्त किया गया था.
मुख्यमंत्री के सलाहकार सप्ताह भर के चिकित्सा अवकाश पर चले गए थे. वह मुख्य सचिव पर कथित हमले के बाद से दफ्तर नहीं आ रहे थे. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अदालत में कहा था कि जैन ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने विधायकों प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान को उस रात मुख्यमंत्री आवास पर मुख्य सचिव को घेरते और उनपर हमला करते हुए देखा था.
वहींं कैबिनेट बैठक से कुछ घंटे पहले अंशु प्रकाश ने केजरीवाल को लिखे एक पत्र में कहा था कि वह बजट के महत्वपूर्ण मामलों पर बातचीत के लिए बैठक में शामिल होंगे और मुख्यमंत्री सुनिश्चित करें कि बैठक में शामिल होने वाले अधिकारियों पर कोई शारीरिक हमला या मौखिक हमला नहीं किया जाएगा. कैबिनेट ने फैसला किया है कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा.
प्रकाश ने अपने पत्र में लिखा, ‘दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की तारीखें तय करने के महत्वपूर्ण विषय पर बातचीत करने के लिहाज से आज मंत्रिपरिषद की एक बैठक बुलाई गई है. चूंकि बजट सत्र की तारीख तय करना और बजट पारित करना सरकार का महत्वपूर्ण कामकाज है, इसलिए मैं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल होऊंगा.’ उन्होंने उम्मीद जताई कि कैबिनेट की बैठक में उचित शिष्टाचार बरता जाएगा और अधिकारियों के सम्मान की रक्षा होगी.