यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है और जो लोग बीजेपी पार्टी का विरोध करते हैं उनको एक बहुत अच्छा हथियार मिल गया है. इससे पहले बीजेपी पार्टी के विरोधी ईवीएम मशीन में गड़बड़ी होने और घोटाला होने का आरोप लगा रहे थे. लेकिन अब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है क्योंकि इस चिट्ठी ने बीजेपी की पोल खोल दी है और इस चिट्ठी का इस्तेमाल ईवीएम मशीन में घोटाला होने के सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के लेटर हेड पर लिखी गई यह चिट्ठी प्रदेश के सभी वरिष्ट कार्यकर्ताओं और नेताओं को भेजी गई है. चिट्ठी में सभी कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई दी गई है और उन्हें 2019 के चुनावों के लिये कमर कसने को कहा गया है. लेकिन इस चिट्ठी में 10 मार्च 2017 की तारीख दर्ज है, जबकि चुनावों के नतीजे 11 मार्च को सामने आए थे फिर बीजेपी अध्यक्ष ने 10 मार्च को ही यह पत्र कैसे तैयार कर लिया. इस वजह से विपक्ष आरोप लगा रहा है कि EVM घोटाले की वजह से भाजपा को नतीजे पहले से ही पता थे।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव चौधरी सत्यवीर सिंह बबुआ भइया का कहना है कि “हर पार्टी को नतीजों का थोड़ा बहुत अंदेशा रहता है हो सकता है बीजेपी को भी जीत का भरोसा हो लेकिन यह चिट्ठी संशय तो पैदा करती ही है और बीजेपी को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिये।
आपको बता दें कि यह चिट्ठी बीजेपी के नेता रामकिशोर गुप्ता ने फेसबुक पर पोस्ट की है, और उन्होंने अपने कमेंट में लिखा भी है कि यह चिट्ठी उन्हें प्रदेश कार्यालय से प्राप्त हुई है. जैसा कि आप नीचे की तस्वीरों में देख सकते हैं।
हालांकि इस मामले में बात इतनी भी हो सकती है कि सामूहिक तौर पर छापी गई चिट्ठी में तारीख गलत पड़ गई हो , लेकिन विपक्ष के गले यह बात उतर नहीं रही है. उनका कहना है कि ऐसा हो सकता है लेकिन ऐसा तभी क्यों हो रहा है जब बीजेपी पर EVM घोटाले के आरोप लग रहे हैं।