नई दिल्ली: बिहार के मुखयमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी का समर्थन तो किया है लेकिन यह भी कहा है कि सिर्फ नोटबंदी से कालाधन समाप्त नहीं होगा, इसके लिए दो नंबर का काम भी बंद होगा तभी कालाधन समाप्त होगा.
बिहार सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 500 और 1000 के नोट बंद करना तो सही है लेकिन केंद्र सरकार को अब बेनामी संपत्ति रखने वालों के ऊपर भी कार्रवाई करना चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल नोटबंदी करने से कालाधन वापस नहीं आएगा. हमें बेनामी संपत्ति पर चोट करनी होगी. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नोटबंदी के कदम का समर्थन करता हूं क्योंकि मैं अच्छे कदम पर विश्वास रखता हूं.”
बिहार चुनाव में गठबंधन बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हालात के हिसाब से महागठबंधन बनाया था. कुछ लोगों को कुछ भी अच्छा नहीं लगता. अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि हमने कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं.
उन्होंने बातचीत के क्रम में कहा कि हर घर तक नल का जल पहुंचाने की योजना है. सबके लिए पानी, बिजली, सड़क और रोजगार दिया जाएगा. लोगों ने मौका दिया और हमने शराबबंदी कर दी. चुनाव से पहले जो बोला उसे लागू करना चाहिए. शहाबुद्दीन मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कानून के शासन के मामले में कोई समझौता नहीं.
बिहार में भ्रष्टाचार के संबंध में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने भ्रष्ट अफसरों की संपत्ति जब्त की. सीनियर आईएएस के घर में हमने स्कूल खोला. मेरे काम को जाकर देखिए.
यह पूछे जाने पर कि क्या महागठबंधन 2019 तक चलेगा? इस प्रश्न के जवाब में कहा कि बिहार में गठबंधन पर सवाल उठाना ही बेकार है. 5 साल तो गठबंधन चलना ही चाहिए. यूपी में सपा, बीएसपी मिलें तो महागठबंधन. बिहार के बाहर कहीं पर भी महागठबंधन नहीं है.
अपनी महत्वाकांक्षाओं को सामने रखते हुए समिट में बिहार के तीन बार के मुख्यमंत्री कुमार ने कहा कि जेडीयू राष्ट्रीय पार्टी बने यही सपना है.
बिहार में जारी शाराबबंदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि शराबबंदी से राज्य के लोग खुश है. शराबबंदी के फैसले का लोगों ने स्वागत किया है. उन्होंने यह भी दावा किया कि अवैध शराब कालेधन का सबसे बड़ा स्रोत है.