आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गुजरात में बीजेपी के पूर्व मंत्री बिमल शाह सोमवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गये। हम आपको बता दें कि उन्होने आरोप लगाया कि बीजेपी केवल सत्ता के लिए ही काम करने वाली पार्टी बनकर रह गई है।
शाह के साथ भाजपा के एक अन्य नेता और पूर्व विधायक अनिल पटेल भी मुख्य विपक्षी पार्टी में शामिल हो गए। पटेल 2007 के चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
बिमल शाह 1998 में केशुभाई पटेल की सरकरा में मंत्री थे। वहीं अनिल पटेल को दक्षिण गुजरात में आदिवासी नेता माना जाता है। 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में बिमल शाह को टिकट नहीं दिया था।
खबरों की मानें तो बिमल शाह पार्टी में लंबे वक्त से अपनी अनदेखी को लेकर नाराज चल रहे थे। हालांकि बिमल शाह ने 2012 और 2017 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी विधानसभा सीट कपड़वंज से चुनाव ल`ड़ा था और इसके बाद वह फिर से भाजपा में आ गए थे।
यह घटनाक्रम लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हो रहा है और इसे कांग्रेस का मनोबल बढ़ने के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से एक सीट पर भी जीत हासिल नहीं कर पाई थी। कांग्रेस के राज्य मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इन दोनों को अहमद पटेल और जीपीसीसी अध्यक्ष अमित चावड़ा की उपस्थिति में पार्टी में शामिल किया गया।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद भाजपा पर निशा!ना साधते हुए बिमल शाह ने कहा कि भाजपा अब पावर पार्टी हो गई है। उन्होंने कहा कि वह आम जनता की सहायता करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं।