हम आपको बता दें कि सभी राजनीतिक दलों ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिये अभी से तैयारियां शुरु कर दी हैं. अब तो यह खबर भी आ रही है कि राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाकर राजनीति में भूचाल ला दिया है.
इसी कारण अब तो उत्तर प्रदेश में राजनीती काफी दिलचस्प होती जा रही है. कुछ न्यूज़ एजेंसियों ने एक सर्वे किया है जिसमें बेहद चौंका देने वाले आंकड़े हमारे सामने आये हैं.
इस सर्वे के अनुसार अगर ऐसा होता है कि सपा-बसपा गठबंधन के साथ में कांग्रेस भी जुड़ जाती है तो 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी केवल पांच सीटों पर सिमट जायेगी. इस सर्वे में यह अनुमान भी लगाया गया है कि सपा-बसपा गठबंधन के कारण बीजेपी को भारी नुक्सान होने की आशंका है.
अगर सपा-बसपा के साथ कांग्रेस मिलकर 2019 लोकसभा चुनाव लड़ती है तो बीजेपी का वोट शेयर 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले 43.3 फीसदी से घटकर केवल 36 फीसदी ही रह जायेगा और वही बीजेपी जिसने 2014 लोकसभा चुनाव में 73 सीटें जीतने वाली बीजेपी केवल पांच सीटों पर सिमट जायेगी. तो वहीं बाकी की 75 सीटें कांग्रेस, सपा, बसपा, और आरएलडी के खाते में चली जायेंगी.
इस सर्वे में यह भी पता लगाया गया कि अगर उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंदन नहीं होता तो बीजेपी को उत्तर प्रदेश में कुल 57 सीटें मिलेंगी तो वहीं अपना दल को दो सीटें, जबकि कांग्रेस को चार सीटें, बसपा को एक सीट और सपा को 16 सीटें मिलेंगी.