हम आपको बता दें कि गुजरात चुनाव के दौरान बीजेपी बढ़त बनाए हुए थी और कांग्रेस पार्टी भी पहले के मुकाबले काफी बढ़त बना चुकी थी| गुजरात एकमात्र ऐसा राज्य था जहां पर बीजेपी को अपनी नाक कटने से बचाना था| इसी कारण बीजेपी ने गुजरात चुनाव बैलट पेपर से नहीं करवाया| लोगों का दबाव होने के बावजूद भी बीजेपी ने चुनाव ईवीएम मशीन से करवाया|
क्या पार्टी को ये मालूम था की वो गुजरात से कहीं नही जाने वाली है? क्योकि हाल ही की खबर के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है की जनता धोखे में है| बीजेपी जीतेगी, इस बात को लेकर पूरा भरोसा था| क्योकि…
गुजरात चुनाव की जीत का जश्न मानाने का इंतज़ार कर रही थी भाजपा
गुजरात विधानसभा चुनाव की जीत का बिगुल कहा से बजेगा और कब बजेगा कौन आएगा ये सब एक महीने पहले ही तय किया जा चूका था| हालाँकि भाजपा के अधिकारियो ने इसे सिरे से ख़ारिज कर दिया की ऐसे कुछ उन्होंने तैयारी कर रखी थी|
सूत्रों ने अखबार मिरर को बताया की पार्टी ने नवरंगपुरा के सरदार पटेल स्टेडियम को 25 दिसम्बर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए बुक कर रखा था| अगर 120 से कम सीटे जीती गयी तो सरदार पटेल स्टेडियम की जगह महात्मा मंदिर को समारोह का स्थान बनाया गया|
सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने इस समारोह के लिए आमंत्रित करने वाले मेहमानों के नामों को भी सूचीबद्ध करना शुरू कर दिया है। हालांकि, अहमदाबाद नगर निगम के आधिकारियो ने स्टेडियम बुक करने जैसी अटकलों को सिरे से ख़ारिज कर दिया|
अटकलें फैली थीं कि स्टेडियम 25 दिसंबर को बुक किया गया था क्योंकि भगवा पार्टी पूर्व प्रधान मंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर समारोह करने के लिए बेताब थी| इस स्टेडियम से 2007 में, 25 दिसंबर को नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और 2012 में, 26 दिसंबर को|